रांचीः कांग्रेस के निलंबित विधायक राजेश कच्छप ईडी के सवालों का सामना करने के लिए एजेंसी दफ्तर पहुंच गए हैं. कोलकाता में हुए कैश कांड मामले में पूछताछ के लिए ईडी ने उन्हें मंगलवार को तलब किया था. राजेश रांची के खिजरी विधानसभा से विधायक हैं. उन पर आरोप है कि उन्होंने हेमंत सरकार के खिलाफ रची गई साजिश में वो भी शामिल थे. इस मामले में सोमवार को कांग्रेस से निलंबित एक और विधायक इरफान अंसारी से पूछताछ हुई थी.
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राजेश कच्छप से पूछताछ शुरूः ईडी दफ्तर पहुंचने के बाद राजेश कच्छप सीधे कार्यालय के कक्ष में प्रवेश कर गए. जानकारी के अनुसार ईडी के वरीय अधिकारी निलंबित विधायक राजेश से पूछताछ कर रहे हैं. प्रारंभिक पूछताछ में ही राजेश कच्छप ने सरकार के खिलाफ किसी भी तरह की साजिश में शामिल होने से इंकार किया है. कोलकाता में मिले रुपए को लेकर भी उन्होंने वही बयान दिया है जो इरफान अंसारी ने दिया था. जानकारी के अनुसार राजेश कच्छप से ईडी की पूछताछ देर शाम तक चलने की संभावना है.
रांची के अरगोड़ा थाने में दर्ज करायी गई थी जीरो एफआईआरः गौरतलब है कि 30 जुलाई 2022 को कांग्रेस के तीनों विधायक इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और विक्सल कोंगाडी एक साथ 48 लाख नगदी के साथ कोलकाता में पकड़े गए थे. उस समय रांची के अरगोड़ा थाने में कांग्रेस के ही बेरमो विधायक अनूप सिंह ने जीरो एफआईआर दर्ज करायी थी. इसी आधार पर तीनों विधायकों को बंगाल पुलिस ने जेल भेज दिया था.बाद में तीनों विधायकों को जमानत मिली, तब तीनों जेल से बाहर निकले.अनूप सिंह ने आरोप लगाया था कि तीनों विधायकों ने उन्हें 10 करोड़ रुपए देने का प्रलोभन दिया था. साथ ही कांग्रेस का साथ छोड़ने पर स्वास्थ्य मंत्री का पद देने की बात भी कही थी.
पहली बार विधायक चुने गए हैं राजेशः राजेश कच्छप कांग्रेस की टिकट पर पहली बार विधायक बने हैं. वे रांची के खिजरी विधानसभा सीट से विधायक हैं.कोलकाता कैश कांड में नाम आने के बाद पार्टी ने उन्हें निलंबित कर दिया था.
अनूप सिंह का बयान ईडी कर चुकी है दर्जः सरकार गिराने की साजिश से जुड़े केस में अरगोड़ा थाने में कांग्रेस विधायक अनूप सिंह ने एफआईआर दर्ज करायी थी. इसी केस के आधार पर तीनों विधायक इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन विक्सल कोंगाड़ी के खिलाफ जीरो एफआईआर दर्ज की गई थी. जिसके बाद आरोपियों को हावड़ा पुलिस ने जेल भेज दिया था. पहले इस मामले की जांच कोलकाता सीआईडी कर रही थी, लेकिन मनी लाउंड्रिंग के मामले में ईसीआईआर दर्ज करने के बाद ईडी ने इस मामले में शिकायतकर्ता अनूप सिंह का बयान 24 दिसंबर को दर्ज किया था.
पहली नोटिस पर तीनों विधायक रहे अनुपस्थितः ईडी ने अनूप सिंह से पूछताछ के बाद तीनों विधायकों को समन भेजकर ईडी के समक्ष उपस्थित होने का नोटिस दिया था, लेकिन ईडी के पहले समन पर तीनों विधायक उपस्थित नहीं हुए थे. तीनों विधायकों ने दो हफ्ते का वक्त एजेंसी से मांगा था. उसी आधार पर ईडी ने इरफान को छह फरवरी, राजेश को सात फरवरी और विक्सल को आठ फरवरी को एजेंसी बुलाया.