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झारखंड में सूर्य ग्रहण का नहीं कर सकेंगे दीदार, अगले 3 दिनों तक आसमान में छाए रहेंगे बादल - Monsoon in Jharkhand

इस साल का पहला सूर्य ग्रहण 21 जून यानि कि रविवार को लगने वाला है. यह इस साल का पहला सूर्य ग्रहण होगा. देश के कुछ हिस्सों में ये वलयाकार दिखेगा, जहां खगोल विज्ञान में दिलचस्पी रखने वाले लोग 'रिंग ऑफ फायर' या 'आग के छल्ले' का दीदार कर पाएंगे. हालांकि, झारखंड में मानसून के कारण सूर्य ग्रहण का दीदार नहीं हो पाएगा.

surya garahan will not be held in jharkhand due to monsoon
झारखंड में सूर्य ग्रहण का नहीं कर सकेंगे दीदार
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Published : Jun 20, 2020, 4:34 PM IST

Updated : Jun 20, 2020, 6:57 PM IST

रांची: साल का पहला सूर्य ग्रहण 21 जून को सुबह 9:15 से शुरू होगा और दोपहर के 3:04 तक रहेगा. यह सूर्य ग्रहण चूड़ीनुमा रूप में नजर आएगा, लेकिन झारखंड के कई इलाकों में सूर्य ग्रहण का दीदार नहीं कर पाएंगे, क्योंकि मॉनसून के सक्रिय होने की वजह से अगले 3 दिनों 20 से 22 जून तक जिलों के कई इलाकों में भारी वर्षा होने की संभावना जताई जा रही है. वहीं, 5 दिनों तक कई इलाकों में वज्रपात होने की भी संभावना है. इसके बाद जिले के कई इलाकों में मध्यम दर्जे की बारिश होगी.

जानकारी देते मौसम वैज्ञानिक

भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने कहा कि 21 जून को होने वाले सूर्य ग्रहण का अधिकतर लोग दीदार नहीं कर पाएंगे, क्योंकि आसमान में काले बादल छाए रहेंगे. जिसके कारण सूर्य ग्रहण लोगों को नजर नहीं आएगा. 20 जून से 23 जून तक कई इलाकों में बारिश होगी. वहीं, कई इलाकों में अत्यधिक बारिश होने की संभावना जताई जा रही है. मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार पश्चिम सिंहभूम, पाकुड़, चतरा, हजारीबाग, गुमला, लातेहार, दुमका, जामताड़ा, पलामू, गढ़वा और गिरिडीह जिले के कुछ भागों में अगले दो-तीन घंटे में हल्के से मध्यम दर्जे में एक दर्जन के साथ वर्षा और वज्रपात होने की संभावना है.

क्या है ग्रहण सूतककाल

21 जून यानी कल रविवार को पड़ने वाले ग्रहण का सूतक काल आज रात 09:15 PM से शुरू हो जाएगा. हिन्दू/सनातन धर्म में आस्था रखने वाले लोग सूतक काल मानते हैं. इस दौरान पूजा घर और मंदिरों के पट बंद रहते हैं. ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, किसी भी पूर्ण ग्रहण के शुरू होने से 12 घंटे पहले और ग्रहण के 12 घंटे बाद का समय ग्रहण सूतककाल कहलाता है. मान्यता है कि इस दौरान मंदिरों में पूजा पाठ या कोई शुभ कार्य नहीं किया जाता. 21 जून को सुबह 9:15 बजे ग्रहण शुरू हो जाएगा और 12:10 बजे दोपहर में पूर्ण ग्रहण दिखेगा.


ये भी पढ़ें: बोकारो: खिलौने में मिला जिलेटिन बम, किया गया डिफ्यूज

सूर्य ग्रहण के दौरान इन बातों का रखें ख्याल
बच्चों से लेकर बड़ों तक कोई भी इस ग्रहण को नंगी आंख से न देखें. सूर्य ग्रहण को देखने के लिए सोलर फिल्टर ग्लास वाले चश्में का इस्तेमाल करें. घर के बनाए जुगाड़ वाले चश्मे या किसी लेंस से सूर्य ग्रहण न देखें, इससे आपकी आंख पर बुरा असर हो सकता है. ग्रहण के वक्त आकाश की ओर देखने से पहले सोलर फिल्टर चश्मा लगाएं और नजर नीचे करने के बाद या ग्रहण समाप्त होने के बाद ही इसे हटाएं. एक अमेरिकी संस्था के अनुसार, ग्रहण के वक्त कार/अन्य वाहन न चलाएं. लेकिन यदि कोई ग्रहण के वक्त रास्ते में ही है तो वह अपने वाहन की हेडलाइट जलाकर और अन्य वाहनों से कुछ दूरी बनाकर ही वाहन चलाएं. ड्राइविंग में विशेष सावधानी बरतने की हिदायत है. बच्चों को यदि ग्रहण दिखाने का प्लान बना रहे हैं तो उनकी आखों को बचाने वाले सोलर फिल्टर चश्मे की व्यवस्था जरूर कर लें.

रांची: साल का पहला सूर्य ग्रहण 21 जून को सुबह 9:15 से शुरू होगा और दोपहर के 3:04 तक रहेगा. यह सूर्य ग्रहण चूड़ीनुमा रूप में नजर आएगा, लेकिन झारखंड के कई इलाकों में सूर्य ग्रहण का दीदार नहीं कर पाएंगे, क्योंकि मॉनसून के सक्रिय होने की वजह से अगले 3 दिनों 20 से 22 जून तक जिलों के कई इलाकों में भारी वर्षा होने की संभावना जताई जा रही है. वहीं, 5 दिनों तक कई इलाकों में वज्रपात होने की भी संभावना है. इसके बाद जिले के कई इलाकों में मध्यम दर्जे की बारिश होगी.

जानकारी देते मौसम वैज्ञानिक

भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने कहा कि 21 जून को होने वाले सूर्य ग्रहण का अधिकतर लोग दीदार नहीं कर पाएंगे, क्योंकि आसमान में काले बादल छाए रहेंगे. जिसके कारण सूर्य ग्रहण लोगों को नजर नहीं आएगा. 20 जून से 23 जून तक कई इलाकों में बारिश होगी. वहीं, कई इलाकों में अत्यधिक बारिश होने की संभावना जताई जा रही है. मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार पश्चिम सिंहभूम, पाकुड़, चतरा, हजारीबाग, गुमला, लातेहार, दुमका, जामताड़ा, पलामू, गढ़वा और गिरिडीह जिले के कुछ भागों में अगले दो-तीन घंटे में हल्के से मध्यम दर्जे में एक दर्जन के साथ वर्षा और वज्रपात होने की संभावना है.

क्या है ग्रहण सूतककाल

21 जून यानी कल रविवार को पड़ने वाले ग्रहण का सूतक काल आज रात 09:15 PM से शुरू हो जाएगा. हिन्दू/सनातन धर्म में आस्था रखने वाले लोग सूतक काल मानते हैं. इस दौरान पूजा घर और मंदिरों के पट बंद रहते हैं. ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, किसी भी पूर्ण ग्रहण के शुरू होने से 12 घंटे पहले और ग्रहण के 12 घंटे बाद का समय ग्रहण सूतककाल कहलाता है. मान्यता है कि इस दौरान मंदिरों में पूजा पाठ या कोई शुभ कार्य नहीं किया जाता. 21 जून को सुबह 9:15 बजे ग्रहण शुरू हो जाएगा और 12:10 बजे दोपहर में पूर्ण ग्रहण दिखेगा.


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सूर्य ग्रहण के दौरान इन बातों का रखें ख्याल
बच्चों से लेकर बड़ों तक कोई भी इस ग्रहण को नंगी आंख से न देखें. सूर्य ग्रहण को देखने के लिए सोलर फिल्टर ग्लास वाले चश्में का इस्तेमाल करें. घर के बनाए जुगाड़ वाले चश्मे या किसी लेंस से सूर्य ग्रहण न देखें, इससे आपकी आंख पर बुरा असर हो सकता है. ग्रहण के वक्त आकाश की ओर देखने से पहले सोलर फिल्टर चश्मा लगाएं और नजर नीचे करने के बाद या ग्रहण समाप्त होने के बाद ही इसे हटाएं. एक अमेरिकी संस्था के अनुसार, ग्रहण के वक्त कार/अन्य वाहन न चलाएं. लेकिन यदि कोई ग्रहण के वक्त रास्ते में ही है तो वह अपने वाहन की हेडलाइट जलाकर और अन्य वाहनों से कुछ दूरी बनाकर ही वाहन चलाएं. ड्राइविंग में विशेष सावधानी बरतने की हिदायत है. बच्चों को यदि ग्रहण दिखाने का प्लान बना रहे हैं तो उनकी आखों को बचाने वाले सोलर फिल्टर चश्मे की व्यवस्था जरूर कर लें.

Last Updated : Jun 20, 2020, 6:57 PM IST
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