रांची: पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा है कि वैश्विक महामारी कोरोना के बढ़ते प्रकोप पर काबू पाने के लिए सामूहिक सहभागिता जरूरी है. उन्होंने कहा कि शहर के विभिन्न अस्पतालों और स्वयंसेवी संस्थाओं को मानवता की सेवा के लिए जनप्रतिनिधियों की ओर से एंबुलेंस दिए गए हैं, फिलहाल सभी संस्थाओं को कोरोना के मरीजों के लिए निःशुल्क एंबुलेंस सेवा देने के लिए आगे आने की जरूरत है.
इसे भी पढे़ं: झारखंड में कोरोना जीवन रक्षक दवाओं की भारी किल्लत, रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए भटक रहे मरीज
सुबोधकांत सहाय ने कहा कि रांची में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए कई संस्थाओं ने कदम बढ़ाया है, जो सराहनीय कदम है. उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान संसदीय क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न संस्थाओं को जनसेवा के लिए एंबुलेंस दिया गया. उन्होंने सभी संस्थाओं से मानव सेवा के तहत संकट की इस घड़ी में नि:शुल्क सेवाएं उपलब्ध कराने की अपील की है. उन्होंने कहा कि मानव सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं है.
मानव सेवा के लिए आगे आने की अपील
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्हें यह जानकारी मिली है कि कोरोना संक्रमित मरीजों से कुछ निजी अस्पताल संचालक मनमानी राशि ऐंठ रहे हैं, यह मानवता विरोधी है. उन्होंने स्वयंसेवी संस्थाओं, कांग्रेस कार्यकर्ताओं सहित अन्य सामाजिक संगठनों से जुड़े समाजसेवियों से आपदा के समय नि:स्वार्थ भाव और दलगत राजनीति से ऊपर उठकर मानव सेवा के लिए आगे आने की अपील की है.