ETV Bharat / state

रांची में दारोगा की पिटाई! बाबूलाल मरांडी के ट्वीट से मची खलबली, अबतक गिरफ्तारी नहीं, आखिर क्या है पूरा मामला

रांची में दारोगा की पिटाई (Sub Inspector beaten up in Ranchi) का एक मामला सामने आया है. इसे लेकर बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी (BJP leader Babulal Marandi) ने कानून व्यवस्था को लेकर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि जब पुलिस ही सुरक्षित नहीं तो आम आदमी कितना सुरक्षित है राज्य में.

BJP leader Babulal Marandi
BJP leader Babulal Marandi
author img

By

Published : Oct 19, 2022, 3:41 PM IST

Updated : Oct 19, 2022, 3:46 PM IST

रांची: झारखंड भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी (BJP leader Babulal Marandi) ने विधि व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने ट्वीट कर आरोप लगाया है कि कल राजधानी के धुर्वा इलाके में गश्ती पर गये दारोगा और जवानों की न सिर्फ पिटाई की गई (Sub Inspector beaten up in Ranchi) बल्कि गाड़ी जलाने की धमकी भी दी गई. गश्ती दल ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई. ये है झारखंड के अपराधियों की हिम्मत. जब पुलिस ही सुरक्षित नहीं तो आम आदमी कितना सुरक्षित है राज्य में.

ये भी पढ़ें- गड़बड़ी करनेवाले के ऊपर CBI-ED, लूटने वाले जायेंगे लाल घर: बाबूलाल मरांडी

दरअसल, यह घटना 17 अक्टूबर सोमवार की रात करीब 11.30 बजे की है. धुर्वा में टंकी साइट टीओपी तीन के पास नितिन कुमार नामक युवक को संदिग्ध अवस्था में देखकर उससे देर रात तक घर से बाहर रहने का कारण पूछा गया. इसी पर युवक भड़क गया. उसने गश्ती दल के साथ अभद्रता शुरू कर दी. पुलिस ने सख्ती दिखायी तो वह अपने भाई, मां और पिताजी समेत कई लोगों के साथ आ पहुंचा और हाथ चलाने लगा. युवक ने दारोगा नारायण सोरेन (Daroga Narayan Soren) का कॉलर तक पकड़ लिया. गाड़ी जलाने की भी धमकी दी गई. पुलिस को जान बचाकर थाना भागना पड़ा. गश्ती दल में दारोगा नारायण सोरेन के अलावा आरक्षी मनीष और चालक प्रभात कुमार थे. इस घटना के दूसरे दिन यानी 18 अक्टूबर को दारोगा नारायण सोरेन ने नितिश कुमार, रविंद्र कुमार राय, भोला कुमार और सुधा देवी समेत पांच पर नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी है.

  • जब पुलिस ही सुरक्षित नहीं तो आम आदमी कितना सुरक्षित है राज्य में?
    कल रात राजधानी के धुर्वा इलाके में गश्ती पर गई पुलिस पर भीड़ ने न केवल दारोगा और जवानों को पीटा बल्कि गाड़ी जलाने की धमकी भी दी, गश्ती दल ने किसी तरह भाग कर अपनी जान बचाई।
    ये है झारखंड के अपराधियों की हिम्मत।

    — Babulal Marandi (@yourBabulal) October 19, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद अबतक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. गिरफ्तारी इसलिए नहीं हुई है क्योंकि अभी तक पुलिस आरोपियों के घर पहुंची ही नहीं है. अब आप सोचिएगा कि एक दारोगा की पिटाई के घंटों बाद तक पुलिस ने कार्रवाई क्यों नहीं की. इस गंभीर मसले पर ईटीवी भारत की टीम ने धुर्वा थाना के प्रभारी प्रवीण झा से बात की. इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अभी दूसरे काम में व्यस्तता है. उनसे यह पूछा गया कि जिस नितिन कुमार ने गश्ती दल के साथ मारपीट की थी, वह करता क्या है. इसके जवाब में बताया गया कि वह जोमैटो में काम करता है. थाना प्रभारी से पूछा गया कि क्या पूर्व में भी गश्ती दल के साथ ऐसी घटना हुई है. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि ऐसा अक्सर होता है. देर रात सड़क पर बेवजह चहलकदमी के बाबत पूछे जाने पर कुछ लोग उलझ पड़ते हैं. लेकिन इस मामले में युवक ने दारोगा का कॉलर पकड़ लिया था.

रांची: झारखंड भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी (BJP leader Babulal Marandi) ने विधि व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने ट्वीट कर आरोप लगाया है कि कल राजधानी के धुर्वा इलाके में गश्ती पर गये दारोगा और जवानों की न सिर्फ पिटाई की गई (Sub Inspector beaten up in Ranchi) बल्कि गाड़ी जलाने की धमकी भी दी गई. गश्ती दल ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई. ये है झारखंड के अपराधियों की हिम्मत. जब पुलिस ही सुरक्षित नहीं तो आम आदमी कितना सुरक्षित है राज्य में.

ये भी पढ़ें- गड़बड़ी करनेवाले के ऊपर CBI-ED, लूटने वाले जायेंगे लाल घर: बाबूलाल मरांडी

दरअसल, यह घटना 17 अक्टूबर सोमवार की रात करीब 11.30 बजे की है. धुर्वा में टंकी साइट टीओपी तीन के पास नितिन कुमार नामक युवक को संदिग्ध अवस्था में देखकर उससे देर रात तक घर से बाहर रहने का कारण पूछा गया. इसी पर युवक भड़क गया. उसने गश्ती दल के साथ अभद्रता शुरू कर दी. पुलिस ने सख्ती दिखायी तो वह अपने भाई, मां और पिताजी समेत कई लोगों के साथ आ पहुंचा और हाथ चलाने लगा. युवक ने दारोगा नारायण सोरेन (Daroga Narayan Soren) का कॉलर तक पकड़ लिया. गाड़ी जलाने की भी धमकी दी गई. पुलिस को जान बचाकर थाना भागना पड़ा. गश्ती दल में दारोगा नारायण सोरेन के अलावा आरक्षी मनीष और चालक प्रभात कुमार थे. इस घटना के दूसरे दिन यानी 18 अक्टूबर को दारोगा नारायण सोरेन ने नितिश कुमार, रविंद्र कुमार राय, भोला कुमार और सुधा देवी समेत पांच पर नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी है.

  • जब पुलिस ही सुरक्षित नहीं तो आम आदमी कितना सुरक्षित है राज्य में?
    कल रात राजधानी के धुर्वा इलाके में गश्ती पर गई पुलिस पर भीड़ ने न केवल दारोगा और जवानों को पीटा बल्कि गाड़ी जलाने की धमकी भी दी, गश्ती दल ने किसी तरह भाग कर अपनी जान बचाई।
    ये है झारखंड के अपराधियों की हिम्मत।

    — Babulal Marandi (@yourBabulal) October 19, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद अबतक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. गिरफ्तारी इसलिए नहीं हुई है क्योंकि अभी तक पुलिस आरोपियों के घर पहुंची ही नहीं है. अब आप सोचिएगा कि एक दारोगा की पिटाई के घंटों बाद तक पुलिस ने कार्रवाई क्यों नहीं की. इस गंभीर मसले पर ईटीवी भारत की टीम ने धुर्वा थाना के प्रभारी प्रवीण झा से बात की. इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अभी दूसरे काम में व्यस्तता है. उनसे यह पूछा गया कि जिस नितिन कुमार ने गश्ती दल के साथ मारपीट की थी, वह करता क्या है. इसके जवाब में बताया गया कि वह जोमैटो में काम करता है. थाना प्रभारी से पूछा गया कि क्या पूर्व में भी गश्ती दल के साथ ऐसी घटना हुई है. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि ऐसा अक्सर होता है. देर रात सड़क पर बेवजह चहलकदमी के बाबत पूछे जाने पर कुछ लोग उलझ पड़ते हैं. लेकिन इस मामले में युवक ने दारोगा का कॉलर पकड़ लिया था.

Last Updated : Oct 19, 2022, 3:46 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.