रांची: सोमवार को राज्य भर के छात्र सीएम आवास का घेराव करने वाले हैं. 60-40 नियोजन नीति के विरोध में यह घेराव किया जा रहा है. इस घेराव का नेतृत्व झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स यूनियन कर रही है. राज्य के सभी 24 जिलों से छात्र रांची पहुंचेंगे और आंदोलन में हिस्सा लेंगे. सभी छात्र पहले मोरहाबादी मैदान पहुंचेंगे, फिर तय कार्यक्रम के अनुसार सीएम आवास के घेराव के लिए निकलेंगे. पहले ये कार्यक्रम 10 अप्रैल को होना था, लेकिन शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के निधन के कारण इसे आगे बढ़ा दिया गया.
बता दें कि 60:40 नियोजन नीति के विरोध और 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति की मांग को लेकर छात्रों ने 72 घंटे के महाआंदोलन की घोषणा की है. जिसकी शुरुआत सीएम आवास घेराव से हो रहा है. इस घेराव के बाद 18 अप्रैल की शाम को सभी जिलों में मशाल जुलूस निकाला जाएगा. फिर 19 अप्रैल को झारखंड बंद किया जाएगा.
क्यों हो रहा विरोध: राज्य के युवा सरकार की नई नियोजन नीति का विरोध कर रहे हैं. इस नीति को राज्य के मूलवासियों का विरोधी बताया जा रहा है. युवाओं को कहना है कि इस नीति के आधार पर नियुक्ति होने से तो राज्य के युवाओं का हक मारा जाएगा, इससे बाहरी लोग राज्य के युवाओं की नौकरी छीन लेंगे. छात्रों की मांग है कि यहां के युवाओं की नौकरी सुनिश्चित हो सके, सरकार को ऐसी नियोजन नीति बनानी चाहिए.
2,000 अतिरिक्त पुलिस बलों की तैनाती: सीएम आवास घेराव को देखते हुए पुलिस प्रशासन अलर्ट पर है. प्रशासन ने निषेधाज्ञा जारी कर दी है. मुख्यमंत्री आवास के दो सौ मीटर के दायरे में सुबह 8 बजे से रात 11.30 बजे तक निषेधाज्ञा लागू रहेगी. इसके साथ ही रांची में 2,000 अतिरिक्त पुलिस बलों की तैनाती की गई है. इसमें झारखंड जगुआर, आईआरबी, जिला पुलिस और रैफ के जवान शामिल हैं. इसके अलावा पुरे आंदोलन की सीसीटीवी कैमरा और ड्रोन से निगरानी की जाएगी. रांची के एसएसपी पहले ही कह चुके हैं कि जो भी निषेधाज्ञा वाले क्षेत्र में धरना-प्रदर्शन करेगा, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इसके लिए कई स्थानों पर बैरिकेडिंग की गई है, ताकि छात्रों को रोका जा सके.