ETV Bharat / state

झारखंड विधानसभा चुनाव में छात्र नेता भी आजमाएंगे अपनी किस्मत, मुख्यधारा की राजनीति में आकर उठाएंगे छात्र हित के मुद्दे

author img

By

Published : Nov 27, 2019, 4:53 PM IST

झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 के महासमर में कई छात्र नेता भी अपनी किस्मत आजमाने जा रहे हैं. इस बात पर विभिन्न छात्र संगठन के नेताओं का कहना है कि छात्र नेता इसलिए मुख्य राजनीति में आते हैं ताकि वे छात्र हित के मुद्दों पर कुछ कर सकें.

Student leaders are also going to fight in Jharkhand assembly election 2019, jharkhand assembly election
छात्र नेता

रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 में कई छात्र संगठन के नेता भी चुनावी मैदान में हैं. एक तरफ सिल्ली विधानसभा सीट से सुदेश महतो के खिलाफ डीएसपीएमयू के छात्र नेता देवेंद्र नाथ महतो चुनाव लड़ रहे हैं तो वहीं बाबूलाल मरांडी के खिलाफ छात्र नेता मनोज यादव राजधनवार सीट से चुनावी समीकरण बदलने के मिजाज से इस चुनावी समर में ताल ठोंक रहे हैं. इनके अलावा राज्य के विभिन्न विधानसभा सीटों से सैकड़ों छात्र संगठन के नेता इस बार इस चुनावी समर में निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं.

देखें पूरी खबर

भूला देते हैं मुद्दे
छात्र राजनीति में अपना दबदबा कायम कर चुके और फिर मुख्यधारा की राजनीति में आए ऐसे कई नामचीन चेहरे हैं जो आज मुख्यधारा की राजनीति में चमकता चेहरा हैं. 2019 के विधानसभा चुनाव में भी कई छात्र नेता मुख्यधारा की राजनीति में आकर चुनाव लड़ने जा रहे हैं. इन छात्र नेताओं के बारे में लोगों का मानना है कि राजनीति में आकर ये सामाजिक कुरीतियों के अलावा शैक्षिणक और छात्र मुद्दों को लेकर चुनाव में खड़े होते हैं. हालांकि लोगों का यह भी मानना है कि छात्र नेता जिन मुद्दों को लेकर वह चुनावी समर में आते हैं नेता बनने के बाद उन मुद्दों को भूला दिया करते हैं.

ये भी पढ़ें: कॉलेज के छात्रों ने बताया मतदान का महत्व, कहा- लोकतांत्रिक देश में वोटिंग है सबसे बड़ा अधिकार

इस विधानसभा चुनाव में भी छात्र राजनीति का धमक
छात्र राजनीति की धमक झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 में बढ़-चढ़ कर देखने को मिल रही है. इस चुनाव में भी कई छात्र नेता हैं जो इस चुनावी समर में ताल ठोक रहे हैं और विभिन्न विधानसभा सीटों से चुनाव लड़ने को लेकर नॉमिनेशन भी फाइल कर दिया है. इसमें सिल्ली विधानसभा सीट से देवेंद्र नाथ महतो, मांडर विधानसभा सीट से संजय महली, राजधनवार विधानसभा सीट से मनोज यादव, कांके विधानसभा सीट से कमलेश राम आदि छात्र नेता हैं.

ये भी पढ़ें: झारखंड विधानसभा चुनाव 2019: पहले मतदान फिर जलपान, सिमरिया के लोगों ने बताया वोट के अधिकार का महत्व

सदन में नहीं मुखर हुए कोई
ईटीवी भारत ने जब विभिन्न छात्र संगठन के नेताओं से बात की तो उन्होंने कहा कि छात्र हित और रोजगार को लेकर किसी भी नेता ने मुखर होकर सदन में जवाब नहीं दिया है. इस बार अधिक से अधिक छात्र संगठन के नेता विधानसभा चुनावी मैदान में दिख रहे हैं. उनका राजनीतिक भविष्य क्या होगा यह तो आने वाला वक्त बताएगा लेकिन इन छात्र नेताओं ने हिम्मत जरूर दिखाई है.

रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 में कई छात्र संगठन के नेता भी चुनावी मैदान में हैं. एक तरफ सिल्ली विधानसभा सीट से सुदेश महतो के खिलाफ डीएसपीएमयू के छात्र नेता देवेंद्र नाथ महतो चुनाव लड़ रहे हैं तो वहीं बाबूलाल मरांडी के खिलाफ छात्र नेता मनोज यादव राजधनवार सीट से चुनावी समीकरण बदलने के मिजाज से इस चुनावी समर में ताल ठोंक रहे हैं. इनके अलावा राज्य के विभिन्न विधानसभा सीटों से सैकड़ों छात्र संगठन के नेता इस बार इस चुनावी समर में निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं.

देखें पूरी खबर

भूला देते हैं मुद्दे
छात्र राजनीति में अपना दबदबा कायम कर चुके और फिर मुख्यधारा की राजनीति में आए ऐसे कई नामचीन चेहरे हैं जो आज मुख्यधारा की राजनीति में चमकता चेहरा हैं. 2019 के विधानसभा चुनाव में भी कई छात्र नेता मुख्यधारा की राजनीति में आकर चुनाव लड़ने जा रहे हैं. इन छात्र नेताओं के बारे में लोगों का मानना है कि राजनीति में आकर ये सामाजिक कुरीतियों के अलावा शैक्षिणक और छात्र मुद्दों को लेकर चुनाव में खड़े होते हैं. हालांकि लोगों का यह भी मानना है कि छात्र नेता जिन मुद्दों को लेकर वह चुनावी समर में आते हैं नेता बनने के बाद उन मुद्दों को भूला दिया करते हैं.

ये भी पढ़ें: कॉलेज के छात्रों ने बताया मतदान का महत्व, कहा- लोकतांत्रिक देश में वोटिंग है सबसे बड़ा अधिकार

इस विधानसभा चुनाव में भी छात्र राजनीति का धमक
छात्र राजनीति की धमक झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 में बढ़-चढ़ कर देखने को मिल रही है. इस चुनाव में भी कई छात्र नेता हैं जो इस चुनावी समर में ताल ठोक रहे हैं और विभिन्न विधानसभा सीटों से चुनाव लड़ने को लेकर नॉमिनेशन भी फाइल कर दिया है. इसमें सिल्ली विधानसभा सीट से देवेंद्र नाथ महतो, मांडर विधानसभा सीट से संजय महली, राजधनवार विधानसभा सीट से मनोज यादव, कांके विधानसभा सीट से कमलेश राम आदि छात्र नेता हैं.

ये भी पढ़ें: झारखंड विधानसभा चुनाव 2019: पहले मतदान फिर जलपान, सिमरिया के लोगों ने बताया वोट के अधिकार का महत्व

सदन में नहीं मुखर हुए कोई
ईटीवी भारत ने जब विभिन्न छात्र संगठन के नेताओं से बात की तो उन्होंने कहा कि छात्र हित और रोजगार को लेकर किसी भी नेता ने मुखर होकर सदन में जवाब नहीं दिया है. इस बार अधिक से अधिक छात्र संगठन के नेता विधानसभा चुनावी मैदान में दिख रहे हैं. उनका राजनीतिक भविष्य क्या होगा यह तो आने वाला वक्त बताएगा लेकिन इन छात्र नेताओं ने हिम्मत जरूर दिखाई है.

Intro:रांची।

झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 में कई छात्र संगठन के नेता भी चुनावी मैदान में हैं. एक तरफ सिल्ली विधानसभा सीट से सुदेश महतो के खिलाफ डीएसपीएमयू के छात्र नेता देवेंद्र नाथ महतो चुनाव लड़ रहे हैं. तो वहीं बाबूलाल मरांडी के खिलाफ छात्र नेता मनोज यादव राजधनवार सीट से चुनावी समीकरण बदलने के मिजाज से इस चुनावी समर में ताल ठोंक रहे है .तो वहीं संजय महली के अलावे राज्य के विभिन्न विधानसभा सीटों से सैकड़ों छात्र संगठन के नेता इस बार इस चुनावी समर में निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं.


Body:छात्र राजनीति में अपना दबदबा कायम कर चुके और फिर मुख्यधारा की राजनीति में आएं ऐसे कई नामचीन चेहरे हैं जो आज मुख्यधारा की राजनीति में चमकता चेहरा है और यह राजनेता भी छात्र राजनीति और सामाजिक कुरीतियों के अलावे विभिन्न छात्र मुद्दों को लेकर मुख्यधारा की राजनीति में जुड़े थे. इसी सोच के तहत कि वह छात्र हित में राज्य हित में काम करेंगे. लेकिन धीरे-धीरे मुख्यधारा की राजनीति ने उन छात्र नेताओं को भी पक्का राजनेता तो बना दिया .लेकिन जिन मुद्दों को लेकर वह चुनावी समर में आए थे .उन मुद्दों को जरूर भुला दिया गया.क्योंकि अब उनके पास मुद्दों की कमी जो नही थी.

इस विधानसभा चुनाव में भी छात्र राजनीति का धमक:

एक बार फिर छात्र राजनीति की धमक झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 में भी देखने को मिल रहा है. इस चुनाव में भी कई छात्र नेता है .जो इस चुनावी समर में ताल ठोक रहे हैं और विभिन्न विधानसभा सीटों से चुनाव लड़ने को लेकर नॉमिनेशन भी फाइल कर दिया है .इसमें सिल्ली विधानसभा से देवेंद्र नाथ महतो,मांडर विधानसभा से संजय महली राजधनवार विधानसभा से मनोज यादव ,कांके से कमलेश राम जैसे सलीके के छात्र नेता का नाम शामिल है .


Conclusion:इस मामले को लेकर जब हमारी टीम ने जब विभिन्न छात्र संगठनों के नेताओं से बात की तो उन्होंने कहा कि छात्र हित और रोजगार को लेकर किसी भी नेता ने मुखर होकर सदन में जवाब नहीं दिया है. इस बार अधिक से अधिक छात्र संगठन के नेता विधानसभा चुनावी मैदान में दिख रहे हैं .उनका राजनीतिक भविष्य क्या होगा यह तो आने वाला वक्त बताएगा लेकिन इन छात्र नेताओं ने हिम्मत जरूर दिखाया है..

बाइट-अमन दिप,छात्र नेता,एसीएस.

बाइट-आसुतोष द्विवेदी, छात्र नेता,एवीबीपी.

बाइट-नंदन कुमार,छात्र नेता ,एलएसपी

बाइट-अवधेश ठाकुर,छात्र नेता।

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.