रांची: धनबाद के एडीजे उत्तम आनंद की हत्या (Dhanbad ADJ Uttam Anand murder) मामले में दर्ज स्टेटस रिपोर्ट को झारखंड पुलिस ने झारखंड हाईकोर्ट में सौंप दिया है. मंगलवार को इसी मामले में झारखंड हाई कोर्ट में सुनवाई होनी है. झारखंड सरकार एडीजे उत्तम आनंद की मौत की जांच सीबीआई से करवाने की अनुशंसा कर चुकी है. फिलहाल पूरे मामले की जांच एसआईटी की ओर से की जा रही है.
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नहीं मिला कोई सबूत
पुलिस सूत्रों के मुताबिक एडीजी अभियान संजय आनंद लाठकर के नेतृत्व में गठित एसआईटी को अब तक योजनाबद्ध हत्या से संबंधित कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं. जांच में दोनों आरोपियों के नशे में होने की पुष्टि की गई है. जांच में ये बात सामने आई है कि रेलवे स्टेशन के पास युवकों ने देसी शराब और एक दवा दुकान से नाइट्रोजन की 10 गोलियां भी खरीदी थीं. पुलिस ने शराब और दवा दुकानदार का बयान भी दर्ज किया है. वहीं पुलिस ने धनबाद में 100 से ज्यादा लोगों से अब तक इस कांड में पूछताछ कर चुकी है.
ब्रेन मैपिंग, लाई डिटेक्टर समेत कई तरह के टेस्ट के लिए आवेदन
धनबाद में जांच कर रही एसआईटी ने वहां की स्थानीय अदालत में कई तरह की जांच के लिए आवेदन दिया है. एसआईटी ने इस मामले में लाई डिटेक्टर टेस्ट, ब्रेन मैपिंग, नार्को एनालिसिस टेस्ट, फॉरेंसिक साइक्लोजिक्ल सीन, क्राइम टेस्ट के लिए आवेदन दे दिया है. पूरे मामले में घटनास्थल से भी कई तरह के टेस्ट कराने का निर्देश दिया गया है. जानकारी के मुताबिक लाई डिटेक्टर समेत अन्य ऐसे सारे मामलों में आरोपियों की सहमति भी होनी जरूरी है. कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद आरोपी की सहमति मिलने पर ही संबंधित टेस्ट कराए जा सकते हैं.
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सीबीआई जांच की हो चुकी है अनुशंसा
राज्य सरकार ने 31 जुलाई को ही पूरे मामले की अनुसंधान सीबीआई से कराने की अनुशंसा कर दी है. सीबीआई मुख्यालय की ओर से इस मामले में सहमति देने के बाद ही केस टेकओवर हो पाएगा. हालांकि सीबीआई अनुसंधान शुरू नहीं होने तक एसआईटी इस मामले की यथावत जांच करती रहेगी.
रविवार को एडीजी के नेतृत्व में निरीक्षण
शुक्रवार से ही एसआईटी की टीम धनबाद में कैंप की हुई है. एसआईटी का नेतृत्व एडीजी अभियान संजय लाटकर कर रहे हैं. सर्किट हाउस में डीआईजी, आईजी और एडीजी बैठक कर सुराग तलाशने में लगे हैं. वहीं, रविवार को एडीजी के नेतृत्व में सभी पुलिस पदाधिकारियों ने घटनास्थल के साथ-साथ रणधीर वर्मा चौक पहुंचे और वहां का निरीक्षण किया. इस दौरान रणधीर वर्मा चौक स्थित घटनास्थल और लुबी सर्कुलर रोड का भी निरीक्षण किया. कई थाना क्षेत्रों में अभियान चलाकर करीब ढाई सौ ऑटो को पकड़ा गया, जिसे सदर थाना परिसर में रखा गया है. पुलिस एक-एक ऑटो के कागजात की जांच कर रही है. इस कार्रवाई से ऑटो चालक और मालिक परेशान हैं.