रांची: दसवीं और बारहवीं बोर्ड के परिणाम से सैकड़ों विद्यार्थी संतुष्ट नहीं है. जैक के खिलाफ प्रदर्शन तो हो ही रहे हैं. सीबीएसई बोर्ड के खिलाफ भी विद्यार्थी सड़कों पर हैं. कुछ स्कूलों ने विद्यार्थियों के साथ सीधे तौर पर गलत भी किया है. विद्यार्थियों ने आरोप लगाया है कि बिना सीबीएसई की संबद्धता प्राप्त स्कूलों की ओर से भी गलत तरीके से रिजल्ट का प्रकाशन किया गया है.
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बिना संबद्धता प्राप्त स्कूलों ने किया गलत
सीबीएसई परिणाम में गड़बड़ी का एक नया मामला सामने आया है. राजधानी में कुछ ऐसे भी स्कूल हैं, जो सीबीएसई से संबद्धता प्राप्त नहीं हैं. बच्चों का नामांकन ले लेते हैं और अन्य स्कूलों से उन बच्चों का वह फॉर्म भरवा कर परीक्षा दिलवाते हैं. अब तक तो यह व्यवस्था किसी तरह चल रही थी, लेकिन इस कोरोना काल में ऐसे स्कूलों की पोल खोल कर रख दी है. दरअसल राजधानी रांची के धुर्वा स्थित वाईएमसीए स्कूल सीबीएसई से संबद्धता प्राप्त नहीं है. इस सत्र में इस स्कूल में सैकड़ों बच्चों का नामांकन लेकर अन्य स्कूलों से फॉर्म भरवा दिया गया और कोरोना के दौरान जब दसवीं और बारहवीं का एग्जाम रद्द किया गया, तब स्कूलों की ओर से ही नौवीं और दसवीं के आधार बनाकर रिजल्ट तैयार कर सीबीएससी को भेजा गया. कुछ स्कूलों ने रिजल्ट तैयार किया, तो अपने यहां पढ़ने वाले बच्चों का परसेंटेज प्रतिशत बेहतर निकाला. बिना सीबीएसई संबद्धता के अन्य स्कूलों का रिजल्ट बेहतर नहीं हुआ.
लगातार हो रहे हैं प्रदर्शन
बता दें कि इस बार दसवीं कक्षा का परिणाम घोषित हो चुका है, इसमें 99.81 फीसदी बच्चे झारखंड के भी सफल हुए हैं. गैर संबद्ध स्कूलों के अधिकतर बच्चों को 10th में फेल कर दिया गया है. अब अभिभावक और विद्यार्थी अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं कि उन्होंने आनन-फानन में ऐसे स्कूलों में नामांकन आखिर क्यों ले लिया. इन बच्चों का कहना है कि जिनके भी 80 फीसदी से कम नंबर हैं, उन्हें किसी भी अच्छे स्कूल कॉलेज में प्लस टू में एडमिशन नहीं होगा और इन बच्चों के साथ ऐसा ही हुआ है. लगातार मामले को लेकर आंदोलन किया जा रहा है स्कूल प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन भी हो रहा है
सैकड़ों विद्यार्थी असंतुष्ट
बताते चलें कि इन दिनों पूरे झारखंड में जैक की ओर से जारी की गई 10वीं और 12वीं के परिणाम से भी विद्यार्थी संतुष्ट नहीं है. धनबाद में विद्यार्थियों पर इसी मामले को लेकर आंदोलन के दौरान पुलिस की ओर से लाठीचार्ज किया गया. अब भी लगातार धरना प्रदर्शन आंदोलन जारी है. स्कूल कॉलेज जैक कार्यालय और विभिन्न शिक्षण संस्थान के बाहर प्रदर्शन हो रहे हैं . सीबीएसई से संबद्धता प्राप्त स्कूलों के बाहर भी प्रदर्शन हो रहे हैं. कोरोनावायरस के दौरान प्रकाशित परिणाम से सैकड़ों विद्यार्थी संतुष्ट नहीं है.
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भूल सुधार की तैयारी में जैक और सीबीएसई
इस दिशा में सीबीएसई जहां इंप्रूवमेंट एग्जाम लेने की तैयारी में है, तो वहीं झारखंड एकेडमिक काउंसिल भी सप्लीमेंट्री एग्जाम के जरिए इस परेशानी को खत्म करना चाहती है. मामले को लेकर विद्यार्थी और प्रबंधकों के बीच गतिरोध जारी है. जैक जुड़े विद्यार्थी सप्लीमेंट्री एग्जाम देना ही नहीं चाहते हैं.