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रांची: प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए आगे आए समाजसेवी, किया भोजन का वितरण

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Published : May 25, 2020, 4:32 PM IST

रांची के बेड़ो में मजदूरों के सहयोग के लिए ग्रामीणों ने रांची-गुमला मुख्य मार्ग पर खाना-पानी की व्यवस्था की और राहगीरों को भोजन सहित अन्य जरूरी सामग्री उपलब्ध करायी.

प्रवासी मजदूर
प्रवासी मजदूर

बेड़ो, रांची: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण पूरे देश में पिछले दो महीने से लॉकडाउन है. ऐसे में सबसे बड़ी मुसीबत उन प्रवासी मजदूरों की है जो विभिन्न शहरों से आ रहे हैं. इसके मद्देनजर बेड़ो वासियों ने आपसी सहयोग से रांची-गुमला मुख्य मार्ग पर खाना-पानी की व्यवस्था की है. जहां भोजन बनाकर कंटेनर में उसे पैक करके आगंतुक प्रवासी मजदूरोंं में बांटा जा रहा है.

देखें पूरी खबर

रोज आते हैं 900 मजदूर
समाजसेवी सौमित्र शर्मा ने बताया कि यहां पर प्रतिदिन जो भी राहगीर बस, ट्रक और पैदल आ रहे हैं, वैसे लोगों को प्रतिदिन खाना का पैकेट दिया जा रहा है. यहां प्रतिदिन लगभग 800 से 900 मजदूर आ ही जाते हैं. उन्होंने बताया कि ग्राम वासियों ने इसमें बढ़ चढ़कर के भाग लिया और सहयोग कर रहे हैं. जिससे राहगीरों को भोजन सहित अन्य जरूरी सामग्री उपलब्ध कराया जा रहा है.

ये लोग रहे मौजूद
जिनमें डॉ. रमेश प्रसाद गुप्ता, सौमित्र शर्मा, रवि गुप्ता, डॉ सुदामा वर्मा, बलराम देवघरिया, रंजीत टोप्पो, चामा लोहरा, अनिल टोप्पो, दिलीप उरांव, सुजीत उरांव, विश्वजीत शर्मा, उमेश पेंटर, राहुल सिंह, सुका उरांव, धनंजय प्रसाद, अर्जुन सिंह, कोच अनमोल टोप्पो, पत्रकार शिव शंकर कुमार सहित कई लोग लगे हुए हैं.

ये भी पढ़ें- पाकुड़ में 4 कोरोना पॉजिटिव मिलने से हड़कंप, सदर अस्पताल में इलाज शुरू

रास्ते में नहीं मिली थी खाने की व्यवस्था
गुजरात और रायपुर से आने वाले मजदूरों ने कहा कि रास्ते में कहीं भी खाने की व्यवस्था नहीं मिली. वे सिर्फ बिस्कुट और नमकीन खाकर ही आ रहे थे. ऐसे में मजदूरों को गरम भोजन मिलने से वे बहुत खुश हैं.

बेड़ो, रांची: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण पूरे देश में पिछले दो महीने से लॉकडाउन है. ऐसे में सबसे बड़ी मुसीबत उन प्रवासी मजदूरों की है जो विभिन्न शहरों से आ रहे हैं. इसके मद्देनजर बेड़ो वासियों ने आपसी सहयोग से रांची-गुमला मुख्य मार्ग पर खाना-पानी की व्यवस्था की है. जहां भोजन बनाकर कंटेनर में उसे पैक करके आगंतुक प्रवासी मजदूरोंं में बांटा जा रहा है.

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रोज आते हैं 900 मजदूर
समाजसेवी सौमित्र शर्मा ने बताया कि यहां पर प्रतिदिन जो भी राहगीर बस, ट्रक और पैदल आ रहे हैं, वैसे लोगों को प्रतिदिन खाना का पैकेट दिया जा रहा है. यहां प्रतिदिन लगभग 800 से 900 मजदूर आ ही जाते हैं. उन्होंने बताया कि ग्राम वासियों ने इसमें बढ़ चढ़कर के भाग लिया और सहयोग कर रहे हैं. जिससे राहगीरों को भोजन सहित अन्य जरूरी सामग्री उपलब्ध कराया जा रहा है.

ये लोग रहे मौजूद
जिनमें डॉ. रमेश प्रसाद गुप्ता, सौमित्र शर्मा, रवि गुप्ता, डॉ सुदामा वर्मा, बलराम देवघरिया, रंजीत टोप्पो, चामा लोहरा, अनिल टोप्पो, दिलीप उरांव, सुजीत उरांव, विश्वजीत शर्मा, उमेश पेंटर, राहुल सिंह, सुका उरांव, धनंजय प्रसाद, अर्जुन सिंह, कोच अनमोल टोप्पो, पत्रकार शिव शंकर कुमार सहित कई लोग लगे हुए हैं.

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रास्ते में नहीं मिली थी खाने की व्यवस्था
गुजरात और रायपुर से आने वाले मजदूरों ने कहा कि रास्ते में कहीं भी खाने की व्यवस्था नहीं मिली. वे सिर्फ बिस्कुट और नमकीन खाकर ही आ रहे थे. ऐसे में मजदूरों को गरम भोजन मिलने से वे बहुत खुश हैं.

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