रांची: सरहुल पर्व के दौरान सरना समितियों के ओर से जुलूस और शोभा यात्रा नहीं निकाली जाएगी. उपायुक्त छवि रंजन की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट में हुई बैठक में विभिन्न सरना समितियों ने इस बात पर अपनी सहमति जताई है. बैठक में सिटी एसपी सौरभ, सदर एसडीओ समीरा एस और विभिन्न सरना समितियों के अध्यक्ष और सदस्य उपस्थित रहे.
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कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए लिया गया फैसला
कोरोना संक्रमण को देखते हुए सरहुल में जुलूस या शोभायात्रा निकालने को लेकर बैठक में गंभीरता से विचार विमर्श किया गया, जिसमें विभिन्न समितियों द्वारा एकमत होकर फैसला लिया गया कि इस बार जुलूस या शोभायात्रा नहीं निकाली जाएगी.
मुख्य सरना स्थल पर 5 लोग कर सकेंगे पूजा-पाठ
सिरम टोली स्थित मुख्य सरना स्थल पर 5 लोगों को पूजा पाठ करने की अनुमति होगी. बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया कि विभिन्न मौजा से अधिकतम 5 लोग मुख्य सरना स्थल पर कोविड-19 के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए पहुंचेंगे और बारी-बारी से पूजा कर लौट जाएंगे. मुख्य सरना स्थल पर पूजा-पाठ के दौरान कोरोना के दिशा निर्देशों का पालन किया जाएगा. इस दौरान ढोल नगाड़ा साथ लाने के अनुमति नहीं होगी, साथ ही अलग-अलग मौजा से अधिकतम 5 लोग पैदल ना आ कर वाहन से आएंगे.
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राज्य सरकार के आदेश लागू करने में सहयोग करें
उपायुक्त छवि रंजन ने कहा कि विभिन्न सरना समितियों को ही समाधान निकालना है, कोरोना के संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार की ओर से जो आदेश दिया गया है, उसे लागू करने में सरना समितियां सहयोग करें और सुरक्षित रहते हुए सरकार के दिशा निर्देशों का अनुपालन करते हुए पर्व मनाएं. वहीं सिटी एसपी सौरभ ने कहा कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए कोरोना के गाइडलाइन का पालन सभी समितियां करें, यह सबकी बेहतरी के लिए है.