रांचीः राज्य के पोस्ट ग्रेजुएट शिक्षकों की सेवा संपुष्ट करने को लेकर गुरुवार को शिक्षा विभाग के राज्य स्थापना समिति की बैठक माध्यमिक शिक्षा निदेशक हर्ष मंगला की अध्यक्षता में आयोजित की गई. बैठक में 220 पोस्ट ग्रेजुएट शिक्षकों की सेवा संपुष्ट की गई.
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राज्य के सभी जिलों से लगभग 950 शिक्षकों के मामले प्रस्तावित हैं. इन मामलों को प्रत्येक सप्ताह बैठक कर निष्पादित किया जाएगा. अब तक 349 मामलों को निष्पादित किया जा चुका है, जबकि अब भी 601 मामले लंबित हैं.
वर्ष 2014 से मामला लंबित
मिली जानकारी ने अनुसार वर्ष 2014 से ही सेवा संपुष्टि का मामला लंबित है, जो अब धीरे-धीरे निष्पादन किया जा रहा है. शिक्षकों ने बताया कि जिन शिक्षकों की सेवा संपुष्ट की गई है, उन्हें ग्रेड-पे के अनुरूप वेतन के साथ अन्य सुविधाएं मिलेगी. माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने बताया कि जिलों में लंबित प्रतिवेदन को निष्पादन को लेकर प्रशाखा को निर्देश दिया है.
लंबे समय से है शिक्षकों की मांग
लंबे समय से झारखंड में किसी शिक्षकों की प्रोन्नति नहीं हुई है. विश्वविद्यालय शिक्षक हो या फिर माध्यमिक प्राथमिक और उच्च शिक्षा से जुड़े शिक्षक. शिक्षकों ने बताया कि वषों से प्रोन्नति के साथ-साथ सेवा संपुष्टि की मांग की जाती रही है. इसको लेकर शिक्षक संघ की ओर से लगातार आंदोलन भी किया गया. उन्होंने कहा कि अब धीरे-धीरे राज्य सरकार और शिक्षा विभाग का ध्यान गया हैं, तो सेवा संपुष्टी की प्रक्रिया शुरू की गई है.
जिला स्तर पर निष्पादन मामले
- दुमकाः 64
- जामताड़ाः 12
- साहिबगंजः 11
- खूंटीः 39
- रामगढ़ः 32
- लोहरदगाः 21
- चतराः 41