रांची: सब कुछ ठीक रहा तो झारखंड का सूचना आयोग बहुत जल्द फंक्शनल हो जाएगा. मुख्य सूचना आयुक्त के अलावा 5 सूचना आयुक्तों की नियुक्ति के लिए 21 दिसंबर को चयन समिति की बैठक बुलाई गई है. भाजपा के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण के एक सवाल के जवाब में सरकार की ओर से बताया गया है कि 8 मई 2020 को हिमांशु शेखर चौधरी के सेवानिवृत्त होने के बाद से आयोग में सूचना आयुक्त के सभी पद खाली पड़े हैं.
बताया गया कि सदन में नेता प्रतिपक्ष नहीं होने की वजह से चयन की प्रक्रिया लटकी पड़ी थी. विज्ञापन संख्या 1/2020 के माध्यम से मुख्य सूचना आयुक्त के एकल पद के लिए 63 और पांच सूचना आयुक्तों के लिए कल 354 आवेदन प्राप्त हुए थे. इसके बाद सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 की धारा 15 (3) के तहत चयन समिति का गठन भी कर दिया गया था. लेकिन नेता प्रतिपक्ष के नहीं होने के कारण यह प्रक्रिया लंबित रही. इसकी वजह से 7657 अपीलवाद और 71 शिकायतवाद पर सुनवाई आयोग में लंबित है.
21 दिसंबर को चयन समिति की बैठक: सरकार की ओर से बताया गया है कि झारखंड विधानसभा सचिवालय द्वारा 16 अक्टूबर 2023 को जारी पत्र के आलोक में मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी विभाग ने 20 अक्टूबर 2023 को अमर बाउरी के नेता प्रतिपक्ष के रूप में चयन से जुड़ा अधिसूचना जारी किया था. इस आधार पर मुख्य सूचना आयुक्त और सूचना आयुक्तों के चयन के लिए चयन समिति की बैठक 16 नवंबर 2023 को बुलाई गई थी, जो कुछ अपरिहार्य कारणों की वजह से स्थगित हो गई थी. अब इसके लिए 21 दिसंबर 2023 को चयन समिति की दोबारा बैठक बुलाई गई है. आपको बता दें कि 21 दिसंबर को ही शीतकालीन सत्र समाप्त होगा. संभव है कि उसी दिन मुख्य सूचना आयुक्त और पांच सूचना आयुक्तों के चयन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.
पद खाली होने से काम बुरी तरह प्रभावित: आपको बता दें कि झारखंड के सूचना आयोग में मुख्य सूचना आयुक्त का एक और सूचना आयुक्तों के 6 पद हैं. लेकिन लंबे समय से सभी पद खाली होने की वजह से आयोग का काम बुरी तरह से प्रभावित होता रहा है. जरूरी सूचनाएं लेने के लिए लोगों को परेशानी हो रही है. सूचना आयुक्त के तौर पर 8 मई 2020 को हिमांशु शेखर चौधरी के सेवानिवृत होने के बाद से आयोग में आयुक्तों के सारे पद खाली पड़े हैं. इसकी सबसे बड़ी वजह रहा सदन में नेता प्रतिपक्ष का ना होना है.
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