रांची: झारखंड में रामनवमी के पर्व को शांतिपूर्ण और सौहार्द के वातावरण में संपन्न करवाने के लिए पुलिस मुख्यालय के द्वारा राज्य भर में सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए गए हैं. संवेदनशील जिलों में आरएएफ और सीआरपीएफ की एक एक कंपनी की तैनाती की गई है. वहीं एहतियातन किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पुलिस मुख्यालय और रेंज डीआईजी के अधीन कुल 1100 जवानों को रिजर्व में रखा गया है. किसी जिले में आपात स्थिति के दौरान रिजर्व में रखे गए बल का प्रयोग किया जाएगा.
क्या है सुरक्षा व्यवस्था का खाका: झारखंड पुलिस मुख्यालय के द्वारा तैनात किए गए बल रामनवमी समाप्त होने तक अपने-अपने जिलों में उपलब्ध रहेंगे. पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिलों में पूर्व से जो अफसर और जवान तैनात हैं उनके अलावा अतिरिक्त 25 डीएसपी, 28 इंस्पेक्टर, 270 दरोगा, खुफिया सूचनाओं के लिए 50 स्पेशल ब्रांच के सब इंस्पेक्टर लगाए गए हैं. राजधानी रांची, जमशेदपुर, गिरिडीह, हजारीबाग, पलामु, लोहरदगा उर दुमका में एक एक कंपनी सीआरपीएफ और आरएएफ की भी तैनाती की गई है. इसके अलावा पुलिस के 8030 और होमगार्ड के 5000 जवानों की तैनाती भी जिलों में की गई है.
हजारीबाग में सर्वाधिक तैनाती: रामनवमी को लेकर झारखंड के हजारीबाग जिले को सर्वाधिक संवेदनशील माना गया है. यही वजह है कि सबसे ज्यादा फोर्स की तैनाती इसी जिले में की गई है. हजारीबाग में सबसे अधिक 14 डीएसपी, 20 इंस्पेक्टर, 250 दारोगा-जमादार और स्पेसल ब्रांच के 50 दारोगा की तैनाती की गई है. इसके अलावा हजारीबाग में आसू गैस, अग्निशमन, बम डिस्पोजल स्क्वायड, डॉग स्क्वायड की तैनाती भी की गई है. हजारीबाग में 160 सशस्त्र बलों की भी तैनाती की गई है, साथ ही 420 लाठीधारी जवानों को भी वहां तैनात किया गया है. वहीं, राजधानी रांची में पूर्व से 1705 जवानों की तैनाती की गई है. रांची को बुधवार से 500 होमगार्ड जवान भी मिल जाएंगे.
किस किस के अधीन कितने रिजर्व बल: पुलिस मुख्यालय में 150, हजारीबाग, बोकारो, चाईबासा, रांची, पलामु, दुमका डीआईजी के अधीन 150-150 जवानों की तैनाती की गई है, जबकि हजारीबाग डीआईजी के अधीन 200 जवानों को रिजर्व रखा गया है.