रांचीः झारखंड में एक ओर कोरोना से हाहाकार मचा है तो दूसरी ओर कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर राजनीति भी चरम पर है. राज्य व केंद्र सरकार इस मामले को लेकर आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. कोरोना की दूसरी लहर में झारखंड में सियासत उफान पर है.
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अब पुराने भाजपाई और पूर्व मंत्री और जमशेदपुर पूर्वी के निर्दलीय विधायक सरयू राय भी कोरोना पर मचे राजनीतिक घमासान में कूद गए हैं. अपनी बेबाकी के लिए मशहूर सरयू ने अपने ताजा बयान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है जबकि प्रदेश के सीएम हेमंत सोरेन के काम की तारीफ की है.
उन्होंने अपने टवीट में कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में पीएम मोदी की साख घटी है जबकि सीएम हेमंत सोरेन की पूर्व की तुलना में साख बढ़ी है. उनके इस टवीट के बाद राजनीति भी गर्माई हुई है.
चारा घोटाले के मुख्य शिकायतकर्ता सरयू राय अपने बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते हैं. भ्रष्टाचार के खिलाफ हमेशा आवाज बुलंद करने वाले और तीन मुख्यमंत्रियों लालू प्रसाद, जगन्नाथ मिश्र और मधु कोड़ा को जेल की सलाखों के पीछे भिजवाने में उनकी अहम भूमिका मानी जाती है. झारखंड के खनन घोटाले को भी उजागर किया था.
कभी भाजपा के कद्दावर नेता सरयू राय को भाजपा ने पिछली बार टिकट नहीं दिया था नतीजा सरयू राय ने जमशेदपुर पूर्व से तत्कालीन सीएम रघुवर दास के खिलाफ ताल ठोंकते हुए पटखनी दे दी. वह बीजेपी की सरकार में कैबिनेट मंत्री भी थे. बाद में उन्होंने भाजपा छोड़कर अपनी अलग पार्टी बना ली. सरयू राय लंबे समय से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से भी जुड़े रहे.