रांची: 23 दिसंबर को भारत में किसान दिवस के रूप में मनाया जाता है. इसी दिन भारत के पांचवें प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती मनाई जाती है. जिन्होंने किसानों के जीवन और हालात को बेहतर बनाने के लिए कई नीतियों की शुरुआत की थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार तीन नये कृषि कानून लाई है जिसका पंजाब, हरियाणा के किसान लगातार 1 महीने से विरोध कर रहे है और दिल्ली की सड़कों पर इस कृषि कानून का विरोध भी देखने को मिल रहा है. इसी कड़ी में राजधानी रांची के मोरहाबादी स्थित गांधी प्रतिमा के समीप संघर्ष वाहिनी मंच एवं सहमना जन संगठन की ओर से किसानों के समर्थन में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया.
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मोदी सरकार पर साधा निशाना
संगठन के सदस्यों ने कहा कि सरकार ने जो तीन कृषि कानून लाई है वह कृषि को जड़ से समाप्त करने का कानून है. इसलिए हरियाणा पंजाब के किसान दिल्ली की सड़कों पर बैठकर इस कानून के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं. सरकार से इस कानून को निरस्त करने की मांग भी कर रहे हैं, लेकिन सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है.
एक तरफ किसानों से बात करने के लिए सरकार तैयार दिखती है तो दूसरी ओर सत्ता पक्ष के ही नेता उन किसानों को आतंकवादी और देश विरोधी बता रहे हैं. सरकार बलपूर्वक इस शांतिपूर्ण आंदोलन को कुचलने का प्रयास कर रही है, लेकिन ऐसा करके वो अपने जनविरोधी चेहरे को और बेनकाब करना चाह रही है. समय रहते सरकार को इन किसानों की भावनाओं को समझना चाहिए और उनकी समस्या का समाधान करें.