रांची: देश में कोरोणा के संक्रमण को देखते हुए झारखंड सरकार लगातार संदिग्ध मरीजों की जांच कर रही है. अब तक पूरे झारखंड में कुल 137 मरीजों का जांच हो चुका है. 137 मरीजों में 117 मरीजों का परिणाम नेगेटिव आ चुके हैं, जबकि 20 लोगों का रिपोर्ट अभी तक प्रतीक्षारत है.
567 आइसोलेशन वार्ड का निर्माण
झारखंड में संदिग्ध मरीजों की समुचित इलाज और कोरोना से लड़ने के लिये राज्य सरकार की ओर से अपने स्तर से सभी इंतजाम किए गए हैं. स्वास्थ विभाग ने संदिग्ध मरीजों और कोरोना से जुड़े मरीजों के इलाज के लिये कुल 567 आइसोलेशन वार्ड का निर्माण किया है, जिसमें मेडिकल कॉलेज जिला अस्पताल और कई निजी अस्पतालों में भी आइसोलेशन वार्ड बनाये गए हैं. वहीं, 1 हजार 469 बेड को क्वारंटाइन सेंटर के रूप में चिन्हित की गई है.
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नहीं मिला एक भी कोरोना का पॉजिटिव केस
मेडिकल कॉलेज में कुल 96 और जिला अस्पतालों में 208 आइसोलेशन वार्ड का निर्माण किया गया है, साथ ही निजी अस्पतालों में भी 261 आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. स्वास्थ विभाग की ओर से बनाए गए जिला सर्विलांस टीम कोरोना प्रभावित देशों से आए यात्रियों की लगातार निगरानी कर रही है. अब तक कोरोना प्रभावित देशों से आये 801 यात्रियों का निगरानी किया गया है, जिसमें 141 यात्रियों का ऑब्जर्वेशन पीरियड 28 दिनों का समाप्त हो गया है. बता दें कि अब तक कोरोना से प्रभावित झारखंड में एक भी पॉजिटिव केस नहीं मिला है, लेकिन जिस प्रकार से पूरे देश में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ रही है. ऐसे में झारखंड के लोगों को एहतियात बरतने की जरूरत है.