रांचीः राजधानी के डोरंडा थाना क्षेत्र में सेल के डीजीएम हेमंत कुमार भगत ने शनिवार की देर शाम अपने ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मौके से पुलिस ने एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है जिसमें मौत की वजह डिप्रेशन बताया गया है.
दो दिन पहले चाचा के साथ लौटे थे
जानकारी के अनुसार हेमंत कुमार भगत डिप्रेशन में थे और रांची सीआईडी में उनका इलाज चल रहा था उनकी पत्नी डॉ शेफाली उनसे अलग रहा करती थी. दोनों का वैवाहिक जीवन ठीक नहीं चल रहा था.
डोरंडा थाना प्रभारी शैलेश कुमार ने बताया कि हेमंत कुमार भगत दो दिन पहले ही पटना से अपने चाचा के साथ रांची लौटे थे. शनिवार को उनके एक परिचित के यहां कार्यक्रम था, जहां वह अपने चाचा के साथ गए थे , फिर बीच में वे अचानक ही कार्यक्रम छोड़ कर अपने घर लौट आए और अपने कमरे में जाकर सुसाइड कर लिया.
चाचा खोजते आये तो मिला शव
हेमंत कुमार भगत के चाचा जब वापस डोरंडा स्थित नंदी अपार्टमेंट पहुंचे तो कमरे का दरवाजा बंद पड़ा था. दूसरी चाबी से जब ताला खोलकर वे अंदर गए तो अंदर अपने कमरे में हेमंत कुमार भगत फांसी से लटके हुए मिले, जिसके बाद पुलिस को मामले की जानकारी दी गई.
मिला सुसाइड नोट
मौके पर जब डोरंडा पुलिस पहुंची तब हेमंत कुमार भगत के कमरे से एक सुसाइड नोट और लिफाफे में पड़े पैसे मिले. सुसाइड नोट में लिखा हुआ था कि वह डिप्रेशन के शिकार हैं और इसलिए सुसाइड कर रहे हैं. उनकी मौत के लिए कोई भी जिम्मेदार नहीं है.
वह अपने दाह संस्कार के लिफाफे में पैसे छोड़े जा रहे हैं इसी पैसे से उनका दाह संस्कार किया जाए. डोरंडा थाना प्रभारी शैलेश कुमार ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए रिम्स अस्पताल भेज दिया गया है और मामले की तफ्तीश की जा रही है हालांकि यह मामला प्रथम दृष्टया आत्महत्या का ही है.