रांचीः जनसंख्या समाधान फाउंडेशन की ओर से आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक सह राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य डॉ इंद्रेश कुमार ने जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करने की मांग को लेकर अपनी बातों को सामने रखा. उन्होंने कहा कि जाति, धर्म और भाषायी बंधनों से ऊपर उठकर यह कानून सभी नागरिकों पर समान रूप से लागू होना चाहिए.
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इस मौके पर डॉ इंद्रेश कुमार ने कहा कि बढ़ती जनसंख्या विश्व के सामने और भारत के सामने एक चुनौती है. उन्होंने कहा कि प्रकृति ने धरती पर जो-जो रिसोर्सेस दिए हैं, जो पहले थे. वहीं आज भी है. विश्व की कुल जनसंख्या का 16.5 प्रतिशत जनसंख्या भारत में है और विश्व में जो धरती उपलब्ध है. उसमें 3.5 प्रतिशत से ज्यादा धरती भारत में है, लेकिन इस लिहाज से जन संख्या बहुत अधिक हो गई है.
जनसंख्या बढ़ोतरी को कंट्रोल को लेकर प्रचार-प्रसार
डॉ इंद्रेश कुमा ने कहा कि सन 1857 में भारत का कुल क्षेत्रफल 83 लाख वर्ग किलोमीटर था और जनसंख्या 31 करोड़ से थोड़ी अधिक थी, वहीं, 1947 में ब्रिटिश रूल के दौरान भारत के विभाजन के बाद भारत में 31.5 लाख वर्ग किलोमीटर की भूमि बची. वहीं वर्ष 1950-55 में जनसंख्या 34 करोड़ थी, लेकिन आज उसी भारत की जनसंख्या 130 करोड़ से ज्यादा हो गई है. जबकि भारत का क्षेत्रफल उतना ही है. ऐसे में कहीं ना कहीं, जो रिसोर्सेस पहले थे. वहीं अभी भी है, लेकिन जनसंख्या बहुत ज्यादा बढ़ गई है. ऐसे में मानवता को बचाने के लिए हर जाति, धर्म, भाषा से ऊपर उठकर जनसंख्या बढ़ोतरी को कंट्रोल करने की जरूरत है और इसके लिए लगातार प्रचार-प्रसार किया जा रहा है.