रांची: रिम्स शासी परिषद की बैठक शुक्रवार को आपसी विवाद और हंगामे की वजह से कुछ देर बाद ही स्थगित हो गई. बैठक में जन सुविधाओं का जिक्र नहीं होने के कारण शासी परिषद की बैठक में मौजूद सांसद और विधायक ने बैठक का विरोध किया. इस दौरान विधायक समरी लाल और सांसद संजय सेठ में जन सुविधाओं को लेकर कई सवाल भी उठाए. वहीं, स्वास्थ्य मंत्री ने ट्रॉमा सेंटर में अव्यवस्था को देखते हुए सीएमओ को सस्पेंड कर दिया .
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जन सुविधाओं के लेकर मंत्री ने रिम्स निदेशक पर जतायी नाराजगीः जन सुविधाओं को लेकर सदस्यों ने रिम्स के निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद पर भी सवाल उठाए. सदस्यों के विरोध को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने निदेशक की क्लास लगायी और व्यवस्था को दुरुस्त करने का निर्देश दिया. मंत्री ने निदेशक और रिम्स के अन्य अधिकारियों को निर्देश दिया कि पहले व्यवस्था को ठीक करें, उसके बाद बैठक की जाएगी.
विरोध को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने रिम्स के वार्डों का किया निरीक्षणः विधायक और सांसद के विरोध को देखते हुए मंत्री बन्ना गुप्ता ने तुरंत ही अस्पताल के विभिन्न वार्डों का निरीक्षण करने का निर्णय लिया. जिसके बाद उन्होंने अस्पताल के ट्रामा सेंटर और अन्य विभागों का निरीक्षण किया. जिसमें कई अनियमितताएं उजागर हुईं. अस्पताल में लापरवाही और अनियमितताओं को देखने के बाद मंत्री ने निदेशक को सुधार लाने का निर्देश देते हुए 26 मार्च को जीबी की बैठक रखने का निर्णय लिया है.
रिम्स के सीएमओ को मंत्री ने किया सस्पेंडः ट्रामा सेंटर निरीक्षण करने पहुंचे मंत्री ने यहां मरीजों के बेड पर चादर और कंबल नहीं देखकर वहां मौजूद सीएमओ को तत्काल शो-कॉज करते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया. इस बीच मरीजों ने भी बाहर से दवा खरीदे जाने की शिकायत की.
बैठक में कई मत्वपूर्ण मुद्दों पर नहीं हो सकी चर्चाः शासी परिषद की 55वीं बैठक में रिम्स के कर्मचारियों के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम, हॉस्पिटल पेशेंट केयर अलाउंस को लेकर चर्चा होनी थी. रिम्स में कार्यरत डॉक्टरों के द्वारा की जा रही निजी प्रैक्टिस पर भी नकेल कसने को लेकर एजेंसियों के साथ चर्चा की जानी थी. हालांकि एजेंडे में सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा ओल्ड पेंशन स्कीम थी. रिम्स के सभी कर्मचारियों की नजर इस पर थी कि गवर्निंग बॉडी की बैठक में स्वास्थ्य मंत्री के नेतृत्व में ओल्ड पेंशन स्कीम को लेकर क्या कुछ निर्णय लिया जाता है, लेकिन बैठक स्थगित होने के बाद कर्मचारियों में घोर निराशा दिखी.
तीसरी बार हुई बैठक स्थगितः मालूम हो कि पिछले वर्ष अप्रैल में जीबी की बैठक आयोजित की गई थी. इसके बाद लगातार तीसरी बार यह बैठक स्थगित हुई और इस बीच बैठक आयोजित नहीं की गई. जिसमें संस्थान के विकास और मरीजों की सुविधाओं को लेकर कोई निर्णय नहीं लिए जा सके.
बैठक में ये थे मौजूदः बैठक में शासी परिषद के अध्यक्ष स्वास्थ्य मंत्री के साथ स्वास्थ्य सचिव अरुण कुमार सिंह, सांसद संजय सेठ, स्थानीय विधायक समरी लाल, रिम्स के निदेशक कामेश्वर प्रसाद, अधीक्षक हीरेन बिरुवा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे.