रांचीः कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को करारी शिकस्त देने के बाद कांग्रेस के नेता खासा उत्साहित हैं. वर्ष 2024 लोकसभा चुनाव में विपक्ष साझा एका बनाकर पीएम मोदी और भाजपा को सत्ता से बेदखल करना चाहता है. लेकिन विपक्ष का चेहरा कौन होगा जो पीएम मोदी को चुनौती दे पाए. ऐसे में कांग्रेस के केंद्रीय प्रवक्ता आचार्य प्रमोद कृष्णन प्रियंका गांधी को पीएम पद का विपक्षी चेहरा बनाने की सलाह दे रहे हैं.
ये भी पढ़ेंः तीन दिवसीय झारखंड दौरे पर अशोक चौधरी, रामगढ़, चतरा और हजारीबाग में कार्यकर्ताओं में भरेंगे जोश
प्रमोद कृष्णन के बयान पर जहां जदयू के पूर्व महासचिव केसी त्यागी ने इस तरह के बयान से परहेज करने की सलाह दी है तो झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि आज विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री को लेकर कोई बात ही नहीं हो रही है. सुप्रियो ने कहा कि मोदी सरकार के खिलाफ मजबूत विपक्ष कैसे बने, इसकी कोशिश हो रही है. पीएम पद के लिए अगर किसी विपक्षी दल का नेता कोई बयान देता है तो वह उसकी निजी राय हो सकती है, उसमें सामूहिक फैसले की झलक नहीं हो सकती. सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि झामुमो की ताकत पीएम बनने की नहीं है, लेकिन उनकी राय है कि भाजपा के सामने एक मजबूत जनपक्ष बनना चाहिए.
ममता बनर्जी का फार्मूला स्वाभाविकः झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता ने कहा कि वास्तव में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का फार्मूला ही स्वाभाविक फार्मूला है. जहां भाजपा के सामने जो दल मजबूत हैं, उसको बाकी दल मदद करें. झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता ने कहा कि देश में 250 लोकसभा सीटें ऐसी हैं, जहां कांग्रेस सीधे सीधे भाजपा से टक्कर लेती है, वहीं 300 लोकसभा सीटें ऐसी हैं, जहां अलग अलग क्षेत्रीय दल भाजपा को चुनौती देते हैं. ऐसे में जरूरी है कि जहां जो दल मजबूत है उसे बाकी दल मदद करें.
प्रमोद कृष्णन का बयान,उनका व्यक्तिगत बयानः प्रियंका गांधी को वर्ष 2024 में प्रधानमंत्री पद के लिए विपक्ष का चेहरा घोषित करने वाले प्रमोद कृष्णन के बयान को झारखंड कांग्रेस ने उनका व्यक्तिगत बयान करार दिया है. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता और महासचिव राकेश सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस में लोकतंत्र है और यहां हर व्यक्ति को अपनी बात कहने की आजादी है. जिन नेताओं के प्रति जिनकी आस्था होती है वह इस तरह के बयान देते रहते हैं. राकेश सिन्हा ने कहा कि पार्टी का फैसला सर्वोपरि होता है. कांग्रेस नेता ने कहा कि अभी मुद्दा यह नहीं है कि 2024 में विपक्ष की ओर से देश का प्रधानमंत्री कौन होगा, बल्कि आज मुद्दा यह है कि देशवासियों को कैसे बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से मुक्ति दिलाई जाए.
बीजेपी की प्रतिक्रियाः 2024 के चुनावी जंग को लेकर चल रही विपक्षी एकता की कवायद के बीच प्रियंका गांधी को प्रधानमंत्री का चेहरा बनाए जाने की उठी मांग पर सियासत तेज है. भारतीय जनता पार्टी विपक्षी एकता की चल रही कवायद को भानुमति का कुनबा बताते हुए कहा है कि एक तो विपक्ष का नेता कौन होगा यह तय कर पाना मुश्किल है. यदि यह संभव हो भी जाता है तो अंतर्विरोध की वजह से यह अपने मुहिम में सफल नहीं हो पाएंगे. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता सरोज सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा एंटी बीजेपी दलों के बीच समन्वय बनाने की चल रही कोशिश पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि उत्तर प्रदेश के चुनाव में इसी तरह का माहौल विपक्ष के द्वारा बनाया गया था लेकिन जब चुनाव परिणाम सामने आए तो सबकुछ सामने आ गया. देश की जनता केंद्र में मोदी जी के नेतृत्व में एक बार फिर सरकार चाहती है उसे 2024 के चुनाव में भी देखने को मिलेगा.