रांची: राज्य के रिटायर्ड शिक्षक सातवें वेतनमान की मांग को लेकर दर्जनों शिक्षक संगठनों के साथ-साथ नियमित शिक्षकों ने राजभवन के समक्ष जोरदार आंदोलन किया. फुटाज के बैनर तले राज्यभर से जुटे विभिन्न रिटायर्ड शिक्षक संघ और विश्वविघालय स्तरीय नियमित शिक्षकों ने अपनी मांगों को लेकर जोरदार आंदोलन किया. जिसके कारण विश्वविद्यालयों में पठन-पाठन पर भी काफी असर पड़ा.
झारखंड में रिटायर्ड शिक्षक सातवें वेतनमान की मांग को लेकर लगातार आंदोलन करते रहे हैं. सातवें वेतनमान के अलावे छठे वेतनमान के तहत दी जाने वाली पेंशन राशि को रिलीज करने की मांग भी रिटायर्ड शिक्षकों द्वारा की गई.
रिटायर्ड शिक्षक संघ अध्यक्ष बब्बन चौबे ने बताया कि अब तक राज्य सरकार का ध्यान हमारी मांगों की तरफ गया ही नहीं है. जिससे खफा होकर राज्य भर के रिटायर्ड शिक्षक चरणबद्ध आंदोलन कर रहे हैं. इसी कड़ी में बुधवार को रिटायर्ड शिक्षकों ने राजभवन के समक्ष एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया.
हालांकि रिटायर्ड शिक्षकों के समर्थन में राज्यभर के विश्वविघालय स्तरीय नियमित शिक्षकों ने भी आंदोलन का समर्थन किया. जिसके कारण बुधवार को राज्य के अधिकांश कॉलेजों में एक दिन का अवकाश घोषित कर दिया गया.
आंदोलन के दौरान राजभवन के समक्ष शिक्षकों ने राज्य सरकार पर कई गंभीर आरोप भी लगाए. वहीं अपनी मांगों से संबंधित एक ज्ञापन भी राज्यपाल द्रौपदी मुरमू को सौंपा.
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आंदोलन के दौरान शिक्षकों ने राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि मांगें नहीं माने जाने पर अब शिक्षक उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे. साथ ही कॉलेजों में ताले जड़ दिए जाएंगे. जिसके कारण पठन-पाठन बाधित होगा. जिसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी.