रांची: पिछले दिनों राजभवन की ओर से बनाई गई वीसी नियुक्ति को लेकर सर्च कमेटी की ओर से राज्य के विश्वविद्यालयों में कुलपति और प्रति कुलपति की नियुक्ति को लेकर एक इंडक्शन प्रोग्राम का आयोजन किया गया था. वहीं, खबरें ऐसी आ रही थी कि राजभवन की ओर से मुख्यमंत्री के पास वीसी और प्रोवीसी के नाम चिन्हित कर संचिका भेजी गई है. लेकिन इस खबर का खंडन राजभवन ने किया है.
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रांची विश्वविद्यालय समेत राज्य के कुल चार विश्वविद्यालय में कुलपति नियुक्ति को लेकर प्रक्रिया चल रही है. इस प्रक्रिया के तहत एक खबर आ रही थी कि रांची विश्वविद्यालय, डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय, जमशेदपुर विमेंस यूनिवर्सिटी, विश्वविद्यालय बिनोद बिहारी महतो विश्वविद्यालय और सिद्धू कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय में कुलपति और प्रति कुलपति की नियुक्ति को लेकर राजभवन की ओर से मुहर लगाई गई है और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पास फाइल भेजा गया है. हालांकि इस पूरे खबर का खंडन करते हुए राजभवन की ओर से कहा गया है कि चार वीसी और दो प्रोवीसी के नामों पर स्वीकृति से जुड़ी खबर निराधार है. राज्यपाल की ओर से ऐसे किसी भी व्यक्ति के नाम पर वीसी-प्रो वीसी के लिए स्वीकृति प्रदान नहीं की गई है और ना ही इससे संबंधित संचिका मुख्यमंत्री को भेजी गई है.
रांची विश्वविद्यालय में कुलपति रमेश कुमार पांडे के रिटायर होने के बाद प्रति कुलपति कामिनी कुमार विश्वविद्यालय में कुलपति के प्रभार पर कार्यरत हैं. लगातार विभिन्न विश्वविद्यालयों में स्थाई कुलपति नियुक्ति को लेकर विद्यार्थियों की ओर से भी मांग उठाई जा रही है. राजभवन ने कुलपति नियुक्ति के लिए सर्च कमेटी का गठन भी किया है. पिछले दिनों राजभवन की ओर से इसे लेकर प्रक्रिया भी संचालित की जा रही है. हालांकि अब तक राजभवन की ओर से कुलपति या प्रति कुलपति नियुक्ति को लेकर कोई अधिसूचना जारी नहीं की गई है.