रांचीः सियासी गहमागहमी के बीच खाली हुए गांडेय सीट पर उपचुनाव कराने की अनुशंसा मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय द्वारा भारत निर्वाचन आयोग को कर दी गई है. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने भारत निर्वाचन आयोग को झारखंड विधानसभा द्वारा जेएमएम विधायक सरफराज अहमद के इस्तीफे के बाद जारी अधिसूचना की प्रतिलिपि के साथ यह अनुशंसा भेजी है.
बता दें कि अब चुनाव आयोग तय करेगा कि इस सीट पर उपचुनाव कराएं या ना कराएं. गौरतलब है कि 31 दिसंबर 2023 को सरफराज अहमद द्वारा इस्तीफा दिए जाने के बाद विधानसभा सचिवालय ने इसे स्वीकार करते हुए उसी तारीख से गांडेय सीट रिक्त होने की अधिसूचना 1 जनवरी को जारी की थी.
गांडेय विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने पर संशयः गांडेय विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव होने पर सस्पेंस बरकरार है. संवैधानिक प्रावधान के अनुसार तय समय से एक साल पहले खाली हुए विधानसभा सीट पर उपचुनाव नहीं होगा. हालांकि यह विधानसभा गठन की तारीख या सरकार के गठन की तारीख इन दोनों में से कौन सा मान्य होगा इस पर स्पष्ट वर्णन नहीं है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में राज्य में 29 दिसंबर 2019 को सरकार का गठन हुआ था, मगर पंचम विधानसभा का गठन 6 जनवरी 2020 को हुआ था. इस लिहाज से सरकार गठन की तारीख से खाली हुई गांडेय सीट एक साल के अंदर आता है. वहीं पंचम विधानसभा कि तारीख से देखें तो एक साल से अधिक का समय होता है. ऐसे में उपचुनाव कराने को लेकर अंतिम फैसला चुनाव आयोग पर निर्भर करता है. संवैधानिक प्रावधान को ध्यान में रखकर ही चुनाव आयोग इस पर निर्णय लेगा. चुनाव आयोग की पहली प्राथमिकता लोकसभा चुनाव कराना है, जिसको लेकर तैयारियां पूरी की जा रही है. जानकारों के मुताबिक 15 मार्च तक लोकसभा चुनाव की घोषणा होने की संभावना है.
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