रांची: उत्तर भारत के अलावा झारखंड में भी कोहरे और धुंध का सितम जारी है. इसका सीधा असर यातायात और रेल परिचालन पर पड़ रहा है. जिसको लेकर रांची रेल मंडल की ओर से कोहरे और धुंध से बचने के लिए कई उपाय किए गए हैं.
सर्दी आते ही कोहरे की वजह से ट्रेन लेट होने लगती हैं. उत्तर भारत के शहरों में चलने वाली ट्रेनें अपने समय से काफी लेट होने लगती हैं. इससे ना सिर्फ यात्रियों को असुविधा होती है बल्कि रेलवे को भी काफी नुकसान उठाना पड़ता है. ऐसे में भारतीय रेलवे का उत्तरी जोन कोहरे और धुंध से निपटने के लिए उपाय निकाल लिया है. इसको लेकर रांची रेल मंडल में भी नई टेक्नोलॉजी का सहारा लिया जा रहा है.
GPS सिस्टम का हो रहा प्रयोग
रांची रेल मंडल ने धुंध और कोहरे से बचने के लिए जीपीएस सिस्टम का प्रयोग कर रही है. इसके अलावा समय-समय पर रेल मंडल की ओर से पेट्रोलिंग की जा रही है ताकि ट्रेन पायलट को सही दिशा-निर्देश मिल सके. पायलट और लोको पायलट को बीच-बीच में काउंसलिंग किया जा रहा है. कोहरा और धुंध को देखते हुए स्पीड मॉनिटरिंग और रिस्ट्रिक्शन भी किया जा रहा है.
नई टेक्नोलॉजी से हो रहा है ट्रेनों का परिचालन
जीपीएस के अलावा एक नई टेक्नोलॉजी भी अधिकतर ट्रेनों के इंजन में लगाए गए हैं. इस डिवाइस के माध्यम से यह पता लगाया जाता है कि आने वाला सिग्नल कहां और किस गति से ट्रेन को बढ़ाया जाए. ट्रेन ड्राइवर ज्यादा से ज्यादा इस डिवाइस का प्रयोग कर रहे हैं ताकि ट्रेन का परिचालन ठीक से हो सके. कोहरे से निपटने के लिए रांची रेल मंडल लगातार सतर्क है. यात्रियों को किसी भी तरह की परेशानी ना हो इसको लेकर इंजन में लगे सिग्नल डिवाइस सिस्टम को भी दुरुस्त किया जा रहा है और इसपर निगरानी रखी जा रही है.
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कोहरे और धुंध के कारण इन ट्रेनों के समय में हुई है देरी
27 दिसंबर को कोहरे और धुंध के कारण ट्रेन संख्या 18623 इस्लामपुर-हटिया एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से 3 घंटे 45 मिनट देरी से हटिया पहुंची थी. वहीं, ट्रेन संख्या 18310 जम्मूतवी-संबलपुर एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से 6 घंटे 25 मिनट देरी से चल रही है. जबकि आनंद विहार हटिया झारखंड स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस ट्रेन संख्या 12818 अपने निर्धारित समय से 9 घंटे देरी से चल रही है.