रांची: राजधानी में बढ़ते साइबर क्राइम पर रोक लगाने के लिए पुलिस बैंकों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दे रही है. बैंक अधिकारियों के साथ लगातार बैठकर कर रांची पुलिस के वरीय अधिकारी बैंकों को सुरक्षा को पुख्ता करने के इंतजाम कर रहे हैं. इसी कड़ी में बैंकों में सीसीटीवी कैमरे लगाने और एटीएम के बाहर गार्डों की तैनाती का आदेश पुलिस ने सभी बैंकों को दिया है.
बैंकों को सीसीटीवी लगाने के निर्देश
राजधानी रांची में साइबर अपराधियों की धमक लगातार दिखाई दे रही है. चेक और एटीएम का क्लोन बना कर साइबर अपराधी आम लोगों के खातों से उनकी गाढ़ी कमाई उड़ा रहे हैं. राजधानी के किसी न किसी थाने में हर रोज अपराधी अपने मंसूबे में कामयाब हो रहे हैं. ठगी के शिकार लोग लगातार अपनी शिकायत को लेकर थाने पहुंच रहे हैं, जिनमें से अधिकांश के साथ साइबर अपराधियों ने एटीएम का पिन कोड और ओटीपी पूछ उनके पैसे उड़ा लिए हैं.
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पुलिस मामले की तफ्तीश में जुटती है तो कई जगह बैंकों के सीसीटीवी फुटेज नहीं मिलते हैं, तो कई जगह एटीएम के सीसीटीवी कैमरे खराब मिलते हैं. बैंकों की सुरक्षा को लेकर रांची के सिटी एसपी सौरभ लगातार प्रयास कर रहे हैं. पिछले एक सप्ताह के दौरान सिटी एसपी ने राजधानी के विभिन्न बैंकों के अधिकारियों के साथ बैठक कर सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए हैं, ताकि अगर साइबर फ्रॉड होता भी है तो एटीएम और बैंक में लगे सीसीटीवी कैमरों के आधार पर अपराधियों की पहचान हो सके और उन पर शिकंजा कसा जा सके.
राजधानी के अधिकांश बैंकों और एटीएम में गार्ड नहीं
बैंक अधिकारियों के साथ बैठक में यह निकल कर आया कि रांची के अधिकांश बैंकों में गार्ड ही नहीं हैं. एटीएम का हाल तो उससे भी बुरा है. रांची के 100 एटीएम में मात्र 20 में ही गार्ड मौजूद है. यानी राजधानी के आधे से अधिक बैंकों और एटीएम की सुरक्षा भगवान भरोसे है. इस मामले को लेकर जब बैंक अधिकारियों से बातचीत की गई तो उन्होंने पुलिस को जवाब दिया कि बजट को लेकर अक्सर बैंकों में कॉस्ट कटिंग की जाती है, जिसकी गाज गार्ड रखने पर ही गिरती है. अगर इसे लेकर ऊपर लेवल में बात की जाए तो कोई हल निकल सकता है.
अब रांची पुलिस के अधिकारी, बैंक अधिकारियों की बातों को बड़े फोरम में रखेंगे, ताकि हर बैंक में गार्ड रखा जा सके और हर एटीएम की निगरानी भी की जा सके. रांची के सिटी एसपी के अनुसार राजधानी रांची के बैंकों की सुरक्षा के लिए पीसीआर को भी तैनात किया गया है, कई पीसीआर बैंकों के बाहर लगातार गश्त करते हैं, ताकि किसी तरह की वारदात न हो सके.
सभी बैंकों में लगाया जाएगा नोटिस बोर्ड
मीटिंग के दौरान यह तय हुआ कि हर बैंक और एटीएम के बाहर लोगों के जानकारी के लिए नोटिस बोर्ड लगाया जाए, जहां-जहां नोटिस बोर्ड नहीं लगा है, वहां एक सप्ताह के अंदर नोटिस बोर्ड लगा देना है. नोटिस बोर्ड में साइबर अपराधियों से बचाव और बैंकों से जुड़ी जानकारियां लिखी रहेंगी.
नोटिस बोर्ड में निम्नलिखित बातें लिखी जाएंगी
- वैसे एटीएम का उपयोग करें जो बैंक परिसर के भीतर हो या जहां 24 घंटे सुरक्षा गार्ड तैनात हो. बहुत जरूरत पड़ने पर ही बिना गार्ड वाले एटीएम से पैसे निकालें, लेकिन सुरक्षा के निर्देशों का पालन करते हुए.
- एटीएम मशीन का इस्तेमाल करते समय किसी अनजान व्यक्ति को अंदर ना जाने दें. सुनिश्चित करें कि अपना पिन दर्ज करते समय उसे कोई देख ना सके.
- एटीएम मशीन के इस्तेमाल करने के बाद आखिर में क्लियर या कैंसिल बटन दबाना ना भूलें.
- किसी भी तरह की अप्रिय घटना को तुरंत बैंक प्रबंधक या डायल हंड्रेड पर पुलिस को सूचना दें.
- वैसे एटीएम का उपयोग ना करें जहां कार्ड रीडर टूटा, खरोंचा या क्षतिग्रस्त किया हुआ हो. गोंद के साथ चिपका हुआ कार्ड स्लॉट में कार्ड डालने में कठिनाई हो तो यह स्कीमिंग मशीन के संकेत हो सकते हैं. ऐसे एटीएम के बारे में तुरंत बैंक को जानकारी दें.
- बैंक से मोटी रकम निकालने के लिए नजदीकी थाने को सूचना दें.
- बैंक के अंदर पैसे निकालने के समय आसपास के लोगों पर ध्यान रखें, अगर उनमें से कोई संदिग्ध दिखता है तो तुरंत पुलिस को जानकारी दें.
- अपना पिन नंबर या ओटीपी किसी से भी शेयर ना करें, क्योंकि बैंक कभी भी किसी भी उपभोक्ता से एटीएम का पिन या ओटीपी नहीं पूछता है.