रांची: नए साल के साथ ही रांची नगर निगम क्षेत्र में सफाई की नई व्यवस्था दिखने लगेगी. हालांकि नए वर्ष के आगमन से ठीक पहले नगर निगम की तरफ से कचरे के प्राइमरी कलेक्शन और सेकेंडरी कलेक्शन के लिए नई कंपनियों का चयन किया गया है, जिसकी तरफ से काम शुरू कर दिया जाएगा और जनवरी में रिजल्ट भी दिखना शुरू हो जाएगा कि सही तरीके से यह कंपनियां सफाई को लेकर काम कर रही हैं या नहीं.
इसका रिजल्ट जनवरी महीने में दिखने लगेगा. उन्होंने कहा कि रांची नगर निगम भी चाहता है कि लोगों के सहयोग से शहर को स्वच्छ रखा जा सके, क्योंकि सबसे महत्वपूर्ण होता है सेग्रिगेटेड वेस्ट और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की तहत नियम का पालन करते हुए कचरे का निष्पादन किया जाना, ताकि सफाई व्यवस्था बेहतर हो सके.
कम करें प्रोडक्शन ऑफ वेस्ट
साथ ही उन्होंने जनता से अपील की है कि प्रोडक्शन ऑफ वेस्ट कम करें और कंपोस्टिंग की ओर कदम बढ़ाएं. इससे घर से कचरा भी कम निकलेगा और डंपिंग यार्ड में भी इसकी कमी आएगी. साथ ही निगम के कचरा कलेक्शन वाहनों में सूखा और गीला अलग-अलग कचरा दें और निगम का सहयोग करें.
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नई कंपनियों के चयन पर जताई आपत्ति
वहीं वार्ड पार्षदों ने रांची नगर निगम की सफाई व्यवस्था के लिए नई कंपनियों के चयन पर आपत्ति जताई है. वार्ड पार्षदों का मानना है कि यह चिंता का विषय है कि पहले भी दो कंपनियों ए टू जेड और एस्सेल इन्फ्रा की तरफ से शहर की सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी ली गई थी. जिससे निगम को फायदा की जगह घाटा ही हुआ. ऐसे में नई कंपनियों की तरफ से भी कुछ विशेष फायदा मिलने की उम्मीद नहीं है.