रांची: राजधानी में खुलेआम निजी वाहनों का व्यवसायिक स्तर पर हो रहे प्रयोग को लेकर जिला प्रशासन सख्त हो गया है. प्रशासन ने निजी वाहनों की जांच को लेकर आदेश जारी करते हुए कहा कि अगर कोई निजी वाहन का व्यावसायिक प्रयोग करते हुए पाया जाता है तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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निजी गाड़ियों की जांच का आदेश
जिला परिवहन पदाधिकारी प्रवीण कुमार प्रकाश ने बताया कि कई बार देखा गया कि आर्थिक लाभ के लिए लोग अपने निजी वाहनों का व्यावसायिक वाहन के रूप में प्रयोग करते हैं. जिससे कई तरह के नुकसान हैं जैसे यात्रियों की सुरक्षा और राजस्व का नुकसान इत्यादि.
राज्य में निजी वाहनों के व्यवसायिक प्रयोग पर व्यावसायिक वाहन के मालिकों ने कड़ा विरोध जताया था. जिसको लेकर जिला प्रशासन ने संज्ञान लिया और राजधानी में विभिन्न जगहों पर चलने वाली निजी गाड़ियों की जांच अभियान का आदेश जारी किया है. जिला परिवहन पदाधिकारी ने कहा कि अगर किसी को निजी वाहन व्यवसायिक प्रयोग में लाना हैं तो वह अपना रजिस्ट्रेशन कमर्शियल वाहन के तौर पर कराएं, ताकि सरकार को राजस्व का नुकसान भी न हो और यात्रियों की सुरक्षा भी बनी रहे.
कई निजी वाहन आए दिन पैसे के लोभ में यात्रियों को ढोने का काम करते हैं, जो सीधे जन सुरक्षा और राजस्व में नुकसान से जुड़ा मामला है. इसीलिए परिवहन विभाग ने यह आदेश जारी किया है कि निजी वाहनों का व्यावसायिक प्रयोग किसी भी कीमत पर न हो.