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रामगढ़ उपचुनाव जेडीयू के लिए क्यों है खास, इस रिपोर्ट से जानिए - रामगढ़ उपचुनाव में जेडीयू

रामगढ़ उपचुनाव जेडीयू के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है. उपचुनाव यह तय करेगा कि पार्टी में कितनी ऊर्जा का संचार हुआ है. यह पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के प्रभाव वाला क्षेत्र है. वहीं पार्टी नेता गुलाम रसूल बलियावी के बयान पर कुछ भी प्रतिक्रिया देने से बचते नजर आए.

Ramgarh by election is important for JDU
रामगढ़ उपचुनाव जेडीयू के लिए खास
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Published : Jan 20, 2023, 7:39 PM IST

Updated : Jan 20, 2023, 7:47 PM IST

सरवन कुमार, जेडीयू नेता

रांची: रामगढ़ उपचुनाव की घोषणा होते ही सभी पार्टियां अपनी-अपनी तैयारी में लग गई हैं. क्योंकि रामगढ़ चुनाव को लिटमस टेस्ट के रूप में देखा जा रहा है. रामगढ़ उपचुनाव में जीत के लिए सभी दल पूरी ताकत झोंक रहे हैं. छोटी पार्टियां भी इस चुनाव में अपनी भूमिका निभाने में जुटी हुई है. इसी को लेकर जनता दल यूनाइटेड भी अपने स्तर से प्रयास में जुटा हुआ है.

ये भी पढ़ेंः एनडीए रहा एकजुट तो रामगढ़ में महागठबंधन के साथ हो सकता है खेला, जानिए क्या कहते हैं आंकड़े

गौरतलब है कि रामगढ़ विधानसभा सीट को जदयू के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद खीरू महतो के प्रभाव क्षेत्र का सीट माना जाता है. माना जाता है कि राज्यसभा सांसद खीरु महतो इस सीट पर व्यक्तिगत पकड़ रखते हैं. जदयू के नेताओं से मिली जानकारी के अनुसार यह भी बताया गया कि यदि महागठबंधन के नेता रामगढ़ में जेडीयू का समर्थन मांगते हैं तो इस पर पार्टी विचार करेगी.

जेडीयू के प्रदेश महासचिव सरवन कुमार बताते हैं कि रामगढ़ चुनाव को लेकर पार्टी की तरफ से अभी कुछ तय नहीं हुआ है. शीर्ष नेता जो भी तय करेंगे उस आधार पर पार्टी अपना रुख तय करेगी. हाल फिलहाल में ही पार्टी के नवनियुक्त प्रभारी और बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने कार्यकर्ताओं में उर्जा भरा है और इसी नई ऊर्जा के साथ पार्टी के कार्यकर्ता काम में लग चुके हैं.

प्रदेश महासचिव सरवन कुमार ने बताया कि आने वाले 3 महीने में नए प्रभारी अशोक चौधरी के दिशा निर्देश के अनुसार पार्टी नए रूप में दिखेगी और उसके बाद झारखंड के सभी क्षेत्र में जनता दल यूनाइटेड मजबूत स्थिति में होगा. पार्टी वैसे क्षेत्रों में ज्यादा काम करेगी, जहां पर जनता दल यूनाइटेड के प्रति लोगों को विश्वास है. वहीं उन्होंने बताया कि वैसे क्षेत्रों में पार्टी अपने प्रत्याशी को खड़ा कर आगामी चुनाव में जीत प्राप्त करेगी.

मालूम हो कि वर्ष 2019 के चुनाव में कांग्रेस की उम्मीदवार ममता देवी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी सुनीता चौधरी को करीब 30 हजार वोट से पराजित किया था. इसके अलावा पिछले चुनाव में वामदल की सभी पार्टियों ने अपने अपने प्रत्याशी उतारे थे लेकिन उनकी झोली में हजार वोट से ज्यादा नहीं आ पाए थे. वहीं यदि पिछले चुनाव में जनता दल यूनाइटेड के प्रत्याशी की बात करें तो वह भी महज ढाई हजार वोट ही अपनी झोली में ला पाए थे. पिछले चुनाव के वोट समीकरण को देखा जाए तो जेडीयू को जितने वोट आए थे, उससे महागठबंधन या फिर एनडीए के प्रत्याशियों को ज्यादा फर्क नहीं पड़ा, लेकिन यदि इस बार जनता दल यूनाइटेड खीरू महतो के नेतृत्व में रामगढ़ चुनाव में किस्मत आजमाता है तो राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार यह उम्मीद जताई जा रही है कि उपचुनाव में जनता दल यूनाइटेड अपनी वोट प्रतिशत बढ़ाने का काम कर पाएगा.

झारखंड जेडीयू के अध्यक्ष खीरु महतो को राज्यसभा सांसद का पद मिलने के बाद जनता दल यूनाइटेड पर लोगों का कितना विश्वास बढ़ा है या फिर पूर्व के तरह ही रामगढ़ उपचुनाव में जदयू का प्रदर्शन देखने को मिलेगा, यह तो आने वाला समय बताएगा. लेकिन रामगढ़ का उपचुनाव जिस प्रकार से भाजपा कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण है, उतना ही महत्वपूर्ण जनता दल यूनाइटेड के लिए है, क्योंकि इसी क्षेत्र के आसपास इलाके से राज्यसभा सांसद खीरु महतो ताल्लुक रखते हैं. ऐसे में यह देखने वाली बात होगी जेडीयू जो अपने अंदर नई ऊर्जा भरने की बात कह रहा है वह रामगढ़ चुनाव में देखने को किस प्रकार से मिलता है.

बलियावी के बयान पर प्रतिक्रियाः हजारीबाग के एक जनसभा में जेडीयू नेता गुलाम रसूल बलियावी के द्वारा दिए गए विवादास्पद बयान को लेकर झारखंड जेडीयू के नेता कुछ भी बोलने से बचते नजर आए. ईटीवी भारत ने जब झारखंड जेडीयू के महासचिव व वरिष्ठ नेता सरवन कुमार से बात की तो उन्होंने कहा कि गुलाम रसूल बलियावी ने किस संदर्भ में बयान दिया है, इसकी जानकारी अभी तक पार्टी के नेताओं को नहीं हो पाई है. वहीं इसको लेकर झारखंड जेडीयू के अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद से हमने जब बात करने की कोशिश की तो वह इस मामले पर कुछ भी कहने से साफ मना कर दिए.

सरवन कुमार, जेडीयू नेता

रांची: रामगढ़ उपचुनाव की घोषणा होते ही सभी पार्टियां अपनी-अपनी तैयारी में लग गई हैं. क्योंकि रामगढ़ चुनाव को लिटमस टेस्ट के रूप में देखा जा रहा है. रामगढ़ उपचुनाव में जीत के लिए सभी दल पूरी ताकत झोंक रहे हैं. छोटी पार्टियां भी इस चुनाव में अपनी भूमिका निभाने में जुटी हुई है. इसी को लेकर जनता दल यूनाइटेड भी अपने स्तर से प्रयास में जुटा हुआ है.

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गौरतलब है कि रामगढ़ विधानसभा सीट को जदयू के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद खीरू महतो के प्रभाव क्षेत्र का सीट माना जाता है. माना जाता है कि राज्यसभा सांसद खीरु महतो इस सीट पर व्यक्तिगत पकड़ रखते हैं. जदयू के नेताओं से मिली जानकारी के अनुसार यह भी बताया गया कि यदि महागठबंधन के नेता रामगढ़ में जेडीयू का समर्थन मांगते हैं तो इस पर पार्टी विचार करेगी.

जेडीयू के प्रदेश महासचिव सरवन कुमार बताते हैं कि रामगढ़ चुनाव को लेकर पार्टी की तरफ से अभी कुछ तय नहीं हुआ है. शीर्ष नेता जो भी तय करेंगे उस आधार पर पार्टी अपना रुख तय करेगी. हाल फिलहाल में ही पार्टी के नवनियुक्त प्रभारी और बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने कार्यकर्ताओं में उर्जा भरा है और इसी नई ऊर्जा के साथ पार्टी के कार्यकर्ता काम में लग चुके हैं.

प्रदेश महासचिव सरवन कुमार ने बताया कि आने वाले 3 महीने में नए प्रभारी अशोक चौधरी के दिशा निर्देश के अनुसार पार्टी नए रूप में दिखेगी और उसके बाद झारखंड के सभी क्षेत्र में जनता दल यूनाइटेड मजबूत स्थिति में होगा. पार्टी वैसे क्षेत्रों में ज्यादा काम करेगी, जहां पर जनता दल यूनाइटेड के प्रति लोगों को विश्वास है. वहीं उन्होंने बताया कि वैसे क्षेत्रों में पार्टी अपने प्रत्याशी को खड़ा कर आगामी चुनाव में जीत प्राप्त करेगी.

मालूम हो कि वर्ष 2019 के चुनाव में कांग्रेस की उम्मीदवार ममता देवी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी सुनीता चौधरी को करीब 30 हजार वोट से पराजित किया था. इसके अलावा पिछले चुनाव में वामदल की सभी पार्टियों ने अपने अपने प्रत्याशी उतारे थे लेकिन उनकी झोली में हजार वोट से ज्यादा नहीं आ पाए थे. वहीं यदि पिछले चुनाव में जनता दल यूनाइटेड के प्रत्याशी की बात करें तो वह भी महज ढाई हजार वोट ही अपनी झोली में ला पाए थे. पिछले चुनाव के वोट समीकरण को देखा जाए तो जेडीयू को जितने वोट आए थे, उससे महागठबंधन या फिर एनडीए के प्रत्याशियों को ज्यादा फर्क नहीं पड़ा, लेकिन यदि इस बार जनता दल यूनाइटेड खीरू महतो के नेतृत्व में रामगढ़ चुनाव में किस्मत आजमाता है तो राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार यह उम्मीद जताई जा रही है कि उपचुनाव में जनता दल यूनाइटेड अपनी वोट प्रतिशत बढ़ाने का काम कर पाएगा.

झारखंड जेडीयू के अध्यक्ष खीरु महतो को राज्यसभा सांसद का पद मिलने के बाद जनता दल यूनाइटेड पर लोगों का कितना विश्वास बढ़ा है या फिर पूर्व के तरह ही रामगढ़ उपचुनाव में जदयू का प्रदर्शन देखने को मिलेगा, यह तो आने वाला समय बताएगा. लेकिन रामगढ़ का उपचुनाव जिस प्रकार से भाजपा कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण है, उतना ही महत्वपूर्ण जनता दल यूनाइटेड के लिए है, क्योंकि इसी क्षेत्र के आसपास इलाके से राज्यसभा सांसद खीरु महतो ताल्लुक रखते हैं. ऐसे में यह देखने वाली बात होगी जेडीयू जो अपने अंदर नई ऊर्जा भरने की बात कह रहा है वह रामगढ़ चुनाव में देखने को किस प्रकार से मिलता है.

बलियावी के बयान पर प्रतिक्रियाः हजारीबाग के एक जनसभा में जेडीयू नेता गुलाम रसूल बलियावी के द्वारा दिए गए विवादास्पद बयान को लेकर झारखंड जेडीयू के नेता कुछ भी बोलने से बचते नजर आए. ईटीवी भारत ने जब झारखंड जेडीयू के महासचिव व वरिष्ठ नेता सरवन कुमार से बात की तो उन्होंने कहा कि गुलाम रसूल बलियावी ने किस संदर्भ में बयान दिया है, इसकी जानकारी अभी तक पार्टी के नेताओं को नहीं हो पाई है. वहीं इसको लेकर झारखंड जेडीयू के अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद से हमने जब बात करने की कोशिश की तो वह इस मामले पर कुछ भी कहने से साफ मना कर दिए.

Last Updated : Jan 20, 2023, 7:47 PM IST
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