रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव के मद्देनजर विभिन्न दल लगातार एक-दूसरे की तैयारियों को कमजोर कहते हुए खुद को मजबूत दावेदार के रूप में पेश कर रहे हैं. इसी क्रम में झामुमो के 19 अक्टूबर को होने वाली बदलाव रैली को मोरहाबादी मैदान से हरमू मैदान में शिफ्ट करने पर बीजेपी अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रामकुमार पाहन ने बयान दिया है कि झामुमो ने मुख्यमंत्री को कोल्हान प्रमंडल में मिले अपार जनसमर्थन को देखते हुए डरकर यह निर्णय लिया है.
जेएमएम का घटता जा रहा है जनाधार
मुख्यमंत्री के कोल्हान प्रमंडल में जोहार जन आशीर्वाद योजना के तहत भारी जनसमर्थन मिलने पर बीजेपी अनुसूचित जनजाति मोर्चा ने खुशी जाहिर की है. बीजेपी अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रामकुमार पाहन ने कहा है कि जनजातीय समाज को जेएमएम ने गुमराह करने का प्रयास किया था लेकिन वे सफल नहीं हो पाए. आज जेएमएम केवल उल्टी-सीधी बयानबाजी कर रही है, लेकिन सच तो यह है कि उनका जनाधार घटता जा रहा है. अगर ऐसा नहीं होता तो वे अपने बदलाव यात्रा को मोरहाबादी मैदान से हरमू मैदान में शिफ्ट ही नहीं करते.
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जेएमएम ने किया सीएनटी-एसपीटी एक्ट का उल्लंघन
रामकुमार पाहन ने दावा किया है कि कोल्हान प्रमंडल के14 सीट और जनजातीय समाज के आरक्षित 9 सीटों पर बीजेपी के प्रत्याशी विधानसभा में चुनाव जीतेंगे. वहीं उन्होंने कहा कि सीएनटी-एसपीटी एक्ट का बड़े पैमाने पर जेएमएम ने उल्लंघन किया है और जनजातीय समाज की जमीन की खरीद बिक्री की है. इन सभी विषयों को मुख्यमंत्री ने कोल्हान प्रमंडल के जनजातीय समाज के बीच रखने का काम किया है, जिससे वहां की जनता में जागृति आई और अब झामुमो इससे चिंतित हो गई है.