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तीसरे दिन भी आम लोगों के लिए खुला रहा राजभवन उद्यान, 8 हजार 480 लोगों ने किया दीदार

ऐतिहासिक झारखंड राजभवन उद्यान का तीसरे दिन भी खुला रहा. जिस दौरान 8 हजार 480 लोगों ने भवन का अवलोकन किया,शहरवासियों ने इस खास मौके का खूब आनंद उठाया.

Raj Bhavan garden opened for common people on third day
चुलाई मंडल,माली
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Published : Feb 4, 2020, 7:07 PM IST

रांची: झारखंड राज भवन उद्यान कई मायने में ऐतिहासिक और दुर्लभ है, जिस दौरान तीसरे दिन झारखंड राज भवन उद्यान का अवलोकन 8 हजार 480 लोगों ने किया. इस उद्यान की कई खूबियां हैं. इस उद्यान के बीचो-बीच एक औषधीय गार्डन है और इस गार्डन में तमाम तरह के औषधीय पौधे लगाए गए हैं. इस खास मौके का खूब आनंद उठाया 52 एकड़ में फैले बागान की खुबसूरती निहारने पहुंचे लोगों ने भी अपने दिन को शानदार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी

देखें पूरी खबर

ये भी देखें- रांची के कई इलाकों में दूसरे दिन भी नहीं मिलेगा पानी, रुक्का प्लांट पर चल रहा है मरम्मती का काम

उद्यान में है देश-दुनिया के फूलों की 200 से अधिक किस्में
राज भवन उद्यान में सैकड़ों किस्म के फूल ,किचन गार्डन, पीले बांस ,गुलाब की कई प्रजातियां ,एक से बढ़कर एक फाउंटेन के अलावा रुद्राक्ष, कल्पतरू,अशोक के पेड़ ,चंदन ,सिंदूर जदालचीनी के अलावा कई बीमारियों से निजात दिलाने के लिए इस उद्यान में यह औषधी पेड़ मौजूद है.

ये भी देखें- स्वास्थ्य मंत्री ने एमजीएम अस्पताल का किया निरीक्षण, कहा- संसाधनों को जल्द किया जाएगा दुरुस्त

नाम प्लेट के साथ मौजूद है पौधों के बारे में जानकारी
झारखंड राजभवन उद्यान में एक औषधीय गार्डन भी है,यह किसी आयुर्वेदिक क्लीनिक से कम नहीं है, लोगों को इन औषधीय जड़ी-बूटियों और पौधों के बारे में जानकारी मिले इसे लेकर नाम प्लेट भी लगाया गया है. राजभवन में रहने वाले कर्मचारियों, पुलिसकर्मियों और महामहिम राज्यपाल के लिए भी काफी उपयोगी है. इस औषधीय गार्डन में तमाम तरह के बीमारियों को छूमंतर करने वाले जड़ी बूटियां आपको देखने को मिल जाएंगी.

रांची: झारखंड राज भवन उद्यान कई मायने में ऐतिहासिक और दुर्लभ है, जिस दौरान तीसरे दिन झारखंड राज भवन उद्यान का अवलोकन 8 हजार 480 लोगों ने किया. इस उद्यान की कई खूबियां हैं. इस उद्यान के बीचो-बीच एक औषधीय गार्डन है और इस गार्डन में तमाम तरह के औषधीय पौधे लगाए गए हैं. इस खास मौके का खूब आनंद उठाया 52 एकड़ में फैले बागान की खुबसूरती निहारने पहुंचे लोगों ने भी अपने दिन को शानदार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी

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उद्यान में है देश-दुनिया के फूलों की 200 से अधिक किस्में
राज भवन उद्यान में सैकड़ों किस्म के फूल ,किचन गार्डन, पीले बांस ,गुलाब की कई प्रजातियां ,एक से बढ़कर एक फाउंटेन के अलावा रुद्राक्ष, कल्पतरू,अशोक के पेड़ ,चंदन ,सिंदूर जदालचीनी के अलावा कई बीमारियों से निजात दिलाने के लिए इस उद्यान में यह औषधी पेड़ मौजूद है.

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नाम प्लेट के साथ मौजूद है पौधों के बारे में जानकारी
झारखंड राजभवन उद्यान में एक औषधीय गार्डन भी है,यह किसी आयुर्वेदिक क्लीनिक से कम नहीं है, लोगों को इन औषधीय जड़ी-बूटियों और पौधों के बारे में जानकारी मिले इसे लेकर नाम प्लेट भी लगाया गया है. राजभवन में रहने वाले कर्मचारियों, पुलिसकर्मियों और महामहिम राज्यपाल के लिए भी काफी उपयोगी है. इस औषधीय गार्डन में तमाम तरह के बीमारियों को छूमंतर करने वाले जड़ी बूटियां आपको देखने को मिल जाएंगी.

Intro:रांची।

तीसरे दिन झारखंड राज भवन उद्यान का अवलोकन 8 हजार 480 लोगों ने किया .यह उद्यान कई मायने में ऐतिहासिक और दुर्लभ भी है. इस उद्यान की कई खूबियां है .इस उद्यान के बीचो-बीच एक औषधीय गार्डन है और इस गार्डन में तमाम तरह के औषधीय पौधे लगाए गए हैं .यहां पर जानकारियों के लिए तमाम औषधीय पौधों के समीप नेम प्लेट भी लगाए गए हैं. ताकि लोग घर में भी इस तरीके का औषधीय पौधे लगाकर उसका उपयोग कर सकें....


Body:सैकड़ों किस्म के फूल ,किचन गार्डन, पीले बांस ,गुलाब की कई प्रजातियां ,एक से बढ़कर एक फाउंटेन के अलावे झारखंड राजभवन उद्यान में एक औषधीय गार्डन भी है.यह औषधीय गार्डन राजभवन में रहने वाले कर्मचारियों, पुलिसकर्मियों और महामहिम राज्यपाल के लिए भी काफी उपयोगी है. इस औषधीय गार्डन में तमाम तरह के बीमारियों को छूमंतर करने वाले जड़ी बूटियां आपको देखने को मिल जाएंगे .सर्दी ,खांसी ,बुखार, पेट दर्द के अलावे टीवी जैसे बीमारियों का इलाज इस औषधियां गार्डन में है .तीसरे दिन झारखंड राज भवन के उद्यान को लेकर लोगों में उत्साह देखा गया. तीसरे दिन इस उद्यान का दीदार 8 हज़ार 480 लोगों ने किया .लगातार उद्यान 16 फरवरी तक खुले रहेंगे और इसका दीदार करने दूरदराज से लोग लगातार पहुंच रहे हैं.


Conclusion:रुद्राक्ष ,कल्पतरू, अशोक के पेड़ ,चंदन ,सिंदूर ज़दालचीनी के आलावे कई बीमारियों से निजात दिलाने के लिए इस उद्यान में यह औषधीय गार्डन यहां रहने वाले लोगों के लिए आयुर्वेदिक क्लीनिक से कम नहीं है .लोगों को इन औषधीय जड़ी-बूटियों और पौधों के बारे में जानकारी मिले इसे लेकर नाम प्लेट भी लगाया गया है .जिससे कि आसानी से समझा जा सके किस बीमारी के लिए किस जड़ी बूटी का उपयोग करना है. राजभवन का यह ऐतिहासिक उद्यान जानकारियों का भंडार है.

बाइट-चुलाई मंडल,माली,राजभवन।

बाइट- सैलानी।
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