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Public Health Survey Campaign: झारखंड में 2 करोड़ 23 लाख लोगों की हेल्थ स्क्रीनिंग

झारखंड में कोरोना की दूसरी लहर के प्रकोप के बीच इंटेंसिव पब्लिक हेल्थ सर्वे अभियान (intensive Public Health Survey Campaign) करवाए जाने के आदेश दिए गए हैं. इस सर्वे में शहर हो या गांव, राज्य के हर घर में जाकर यह मालूम किया जाएगा कि कोरोना संक्रमण कितना फैला और उससे कितनी मौतें हुईं. हेल्थ स्क्रीनिंग अभियान में कोरोना संक्रमण के 854 मरीज मिल चुके हैं, जिसमें से 31बच्चे हैं.

Public Health Survey Campaign
झारखंड में 2 करोड़ 23 लाख लोगों की हेल्थ स्क्रीनिंग
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Published : Jun 5, 2021, 8:02 AM IST

रांची: राज्य के ग्रामीण इलाकों में कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए 25 मई से इंटेंसिव पब्लिक हेल्थ सर्वे अभियान (intensive Public Health Survey Campaign) चल रहा है. हेल्थ स्क्रीनिंग अभियान में कोरोना संक्रमण के 854 मरीज मिल चुके है, जिसमें से 31बच्चे हैं.

ये भी पढ़ें- रांची में हो रही लोगों की हेल्थ स्क्रीनिंग, कोरोना से ज्यादा टीबी-डायबिटीज और बीपी के मरीज

राज्य में अब तक करीब 45 लाख से ज्यादा घरों तक पहुंची टीम
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार राज्य में डोर टू डोर हेल्थ सर्वे के लिए बनाई गई है. 8 हजार 200 की टीम अभी तक 44 लाख 83 हजार 523 घरों के दहलीज पर जाकर 2 करोड़ 23 लाख 67 हजार 74 लोगों का हेल्थ स्क्रीनिंग किया.

अभी तक 1 लाख 70 हजार 987 का हुआ RAT
राज्य में डोर टू डोर हेल्थ सर्वे में लक्षण के आधार पर या वैसे घर जिसमें पिछले 2 महीने में किसी की मौत हुई है. उस घर के सभी सदस्यों को मिलाकर कुल 1 लाख 70 हजार 987 लोगों की रैपिड एंटीजन टेस्ट किया गया. जिसमें 854 कोरोना पॉजिटिव मिले, जिसमें 361 बच्चे शामिल है.

NCD के मरीजों के लिए सभी सिविल सर्जन को निर्देश
ग्रामीण हेल्थ सर्वे (rural health survey) में 01 लाख से अधिक बीपी-मधुमेह के मरीज मिल चुके हैं. अभी तक 45 लाख से घरों के हेल्थ सर्वे यह बताते हैं कि ग्रामीण इलाके के लोग भी बीपी, शुगर जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं. जिसे सामान्यतः शहरों की बीमारी समझा जाता है. राज्य में डोर टू डोर हेल्थ स्क्रीनिंग में अबतक 14 हजार 70 टीबी के संदिग्ध मरीज मिल चुके हैं. अब तक 1 लाख 05 हजार 928 मधुमेह के और 1 लाख 7 हजार 781 उच्च रक्तचाप के मरीजों की पहचान हो चुकी हैं. अब स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिला के सिविल सर्जन को निर्देश दिए हैं कि वैसे मरीज जिनकी पहचान ग्रामीण हेल्थ सर्वे में हो रही है, उनको सूचीबद्ध कर विस्तृत जांच, इलाज और काउंसलिंग की जाए.

राज्य में ब्लैक फंगस के 2 और मरीज मिले
ब्लैक फंगस का केस लगातार बढ़ रहा है. 4 जून को दो और मरीज के मिलने के साथ ही ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या 105 हो गई है, जिसमें से 63 कंफर्म केस हैं. अभी तक अलग अलग अस्पतालों में 18 लोगों की जान ब्लैक फंगस ले चुका है.

44 और ट्रू नेट मशीन 16 जिलों में भेजा गया
राज्य में कोरोना जांच और तेज करने के लिए हो रहे प्रयास के तहत आज 44 ट्रू नेट मशीन 16 अलग अलग जिलों को भेजा गया. सबसे अधिक 6ट्रू नेट धनबाद को मिला है. जबकि पूर्वी सिंहभूम, रामगढ़, सिमडेगा जैसे जिलो को एक एक मशीन मिला है. सभी ट्रू नेट प्रयोगशाला के हेड जिला यक्ष्मा पदाधिकारी को बनाया गया है.

पहले चरण में सभी CHC और सदर अस्पतालों के इंफ्रास्ट्रक्चर किया जाएगा ठीक
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (national health mission) के झारखंड IEC अधिकारी ने बताया कि पहले चरण में राज्य के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और जिला अस्पताल का इंफ्रास्ट्रक्चर ठीक करने के आदेश दिए गए है.

रांची: राज्य के ग्रामीण इलाकों में कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए 25 मई से इंटेंसिव पब्लिक हेल्थ सर्वे अभियान (intensive Public Health Survey Campaign) चल रहा है. हेल्थ स्क्रीनिंग अभियान में कोरोना संक्रमण के 854 मरीज मिल चुके है, जिसमें से 31बच्चे हैं.

ये भी पढ़ें- रांची में हो रही लोगों की हेल्थ स्क्रीनिंग, कोरोना से ज्यादा टीबी-डायबिटीज और बीपी के मरीज

राज्य में अब तक करीब 45 लाख से ज्यादा घरों तक पहुंची टीम
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार राज्य में डोर टू डोर हेल्थ सर्वे के लिए बनाई गई है. 8 हजार 200 की टीम अभी तक 44 लाख 83 हजार 523 घरों के दहलीज पर जाकर 2 करोड़ 23 लाख 67 हजार 74 लोगों का हेल्थ स्क्रीनिंग किया.

अभी तक 1 लाख 70 हजार 987 का हुआ RAT
राज्य में डोर टू डोर हेल्थ सर्वे में लक्षण के आधार पर या वैसे घर जिसमें पिछले 2 महीने में किसी की मौत हुई है. उस घर के सभी सदस्यों को मिलाकर कुल 1 लाख 70 हजार 987 लोगों की रैपिड एंटीजन टेस्ट किया गया. जिसमें 854 कोरोना पॉजिटिव मिले, जिसमें 361 बच्चे शामिल है.

NCD के मरीजों के लिए सभी सिविल सर्जन को निर्देश
ग्रामीण हेल्थ सर्वे (rural health survey) में 01 लाख से अधिक बीपी-मधुमेह के मरीज मिल चुके हैं. अभी तक 45 लाख से घरों के हेल्थ सर्वे यह बताते हैं कि ग्रामीण इलाके के लोग भी बीपी, शुगर जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं. जिसे सामान्यतः शहरों की बीमारी समझा जाता है. राज्य में डोर टू डोर हेल्थ स्क्रीनिंग में अबतक 14 हजार 70 टीबी के संदिग्ध मरीज मिल चुके हैं. अब तक 1 लाख 05 हजार 928 मधुमेह के और 1 लाख 7 हजार 781 उच्च रक्तचाप के मरीजों की पहचान हो चुकी हैं. अब स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिला के सिविल सर्जन को निर्देश दिए हैं कि वैसे मरीज जिनकी पहचान ग्रामीण हेल्थ सर्वे में हो रही है, उनको सूचीबद्ध कर विस्तृत जांच, इलाज और काउंसलिंग की जाए.

राज्य में ब्लैक फंगस के 2 और मरीज मिले
ब्लैक फंगस का केस लगातार बढ़ रहा है. 4 जून को दो और मरीज के मिलने के साथ ही ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या 105 हो गई है, जिसमें से 63 कंफर्म केस हैं. अभी तक अलग अलग अस्पतालों में 18 लोगों की जान ब्लैक फंगस ले चुका है.

44 और ट्रू नेट मशीन 16 जिलों में भेजा गया
राज्य में कोरोना जांच और तेज करने के लिए हो रहे प्रयास के तहत आज 44 ट्रू नेट मशीन 16 अलग अलग जिलों को भेजा गया. सबसे अधिक 6ट्रू नेट धनबाद को मिला है. जबकि पूर्वी सिंहभूम, रामगढ़, सिमडेगा जैसे जिलो को एक एक मशीन मिला है. सभी ट्रू नेट प्रयोगशाला के हेड जिला यक्ष्मा पदाधिकारी को बनाया गया है.

पहले चरण में सभी CHC और सदर अस्पतालों के इंफ्रास्ट्रक्चर किया जाएगा ठीक
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (national health mission) के झारखंड IEC अधिकारी ने बताया कि पहले चरण में राज्य के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और जिला अस्पताल का इंफ्रास्ट्रक्चर ठीक करने के आदेश दिए गए है.

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