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सोना सोबरन धोती साड़ी लूंगी योजना के लिए 500 करोड़ आवंटित, सीएम हेमंत सोरेन खुद कर रहे मॉनिटरिंग - Ranchi news

हेमंत सोरेन सोना सोबरन धोती साड़ी लूंगी योजना की खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं. गरीबों को लाभ पहुंचाने के लिए राज्य सरकार ने 500 करोड़ आवंटित किया है.

sona sobran dhoti saree lungi distribution scheme
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Published : Jan 12, 2022, 10:35 PM IST

रांची: सोना सोबरन धोती साड़ी लूंगी योजना के प्रति राज्य सरकार गंभीर है. गरीबों को अनुदानित दर पर धोती साड़ी लूंगी देने की व्यवस्था की है. वर्तमान में झारखंड राज्य खाद्य सुरक्षा योजनान्तर्गत 13,04,093 लाभुक और 4, 38, 989 परिवार है. इसके आधार पर योजनान्तर्गत 15 लाख लाभुक होने की स्थिति में परिवारों की संख्या 5, 05, 050 होना संभावित है. राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अन्तर्गत आच्छादित लाभुकों की अधिकतम संख्या 2, 64,25,385 है, जिसके अन्तर्गत परिवारों की संभावित संख्या 58,97,561 है. जिन्हें सरकार ने इस योजना के तहत लाभ पहुंचाने का लक्ष्य तय किया गया है.


गरीबों का तन ढकने के लिए शुरू किया गया सोना सोबरन धोती साड़ी लूंगी योजना का लाभ पहुंचाने के लिए राज्य सरकार ने 500 करोड़ आवंटित किया है. इस योजना से राज्य के लाखों बीपीएल कार्ड धारियों को लाभ मिल रहा है. लाभुकों को साल में दो बार इस योजना के तहत 10 रुपये में धोती, साड़ी या लूंगी दिया जा रहा है. खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा संचालित इस योजना का लाभ अबतक 88 प्रतिशत जरूरतमंदों तक पहुंचा है. विभाग ने राज्य के 57.11 लाख परिवार को योजना के तहत लाभान्वित करने का लक्ष्य तय किया है.

ये भी पढ़ें: गरीबों का तन ढकने के बजाए हो रही राजनीति! कैसे सफल होगी सोना-सोबरन योजना?

मुख्यमंत्री कर रहे हैं मॉनिटरिंग
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का ड्रीम प्रोजेक्ट डीलर के माध्यम से गरीबों तक पहुंचाया जा रहा है. इस योजना को सफल बनाने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुद पिछले दिनों आपके अधिकार-आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत आयोजित प्रमंडल स्तरीय कार्यक्रम में लाभुकों को धोती साड़ी प्रदान कर उनसे बातचीत की थी. मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे ग्रामीणों को इस योजना की जानकारी दें और लाभ देना भी सुनिश्चित करें. राशन दुकानदारों को शिविर लगाकर वस्त्र वितरण करने का आदेश दिया गया है, ताकि योजना का लाभ सभी को मिल सके.

अन्य को भी शामिल करने का प्रस्ताव हुआ है पारित
राज्य सरकार ने सोना सोबरन धोती साड़ी लूंगी वितरण योजना के अन्तर्गत राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम से आच्छादित राज्य के सभी पात्र गृहस्थ एवं अन्त्योदय अन्न योजना के लाभुक परिवारों के अतिरिक्त झारखंड राज्य खाद्य सुरक्षा योजना के लाभुक परिवारों को भी योजना से आच्छादित किए जाने की स्वीकृति मंत्रिपरिषद ने दी है. झारखंड राज्य खाद्य सुरक्षा योजनान्तर्गत लाभुकों की अधिकतम निर्धारित सीमा 15 लाख है. वर्तमान में झारखंड राज्य खाद्य सुरक्षा योजनान्तर्गत 13,04,093 लाभुक और 4, 38, 989 परिवार हैं. इसके आधार पर योजनान्तर्गत 15 लाख लाभुक होने की स्थिति में परिवारों की संख्या 5, 05, 050 होना संभावित है. राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अन्तर्गत आच्छादित लाभुकों की अधिकतम संख्या 2, 64,25,385 है, जिसके अन्तर्गत परिवारों की संभावित संख्या 58,97,561 है. इस प्रकार ISFSS योजना के लाभुक परिवारों को सोना-सोबरन धोती-साड़ी वितरण योजना में शामिल किए जाने के उपरान्त लाभुक परिवारों की संभावित कुल संख्या 64, 02, 611 हो गई है.

रांची: सोना सोबरन धोती साड़ी लूंगी योजना के प्रति राज्य सरकार गंभीर है. गरीबों को अनुदानित दर पर धोती साड़ी लूंगी देने की व्यवस्था की है. वर्तमान में झारखंड राज्य खाद्य सुरक्षा योजनान्तर्गत 13,04,093 लाभुक और 4, 38, 989 परिवार है. इसके आधार पर योजनान्तर्गत 15 लाख लाभुक होने की स्थिति में परिवारों की संख्या 5, 05, 050 होना संभावित है. राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अन्तर्गत आच्छादित लाभुकों की अधिकतम संख्या 2, 64,25,385 है, जिसके अन्तर्गत परिवारों की संभावित संख्या 58,97,561 है. जिन्हें सरकार ने इस योजना के तहत लाभ पहुंचाने का लक्ष्य तय किया गया है.


गरीबों का तन ढकने के लिए शुरू किया गया सोना सोबरन धोती साड़ी लूंगी योजना का लाभ पहुंचाने के लिए राज्य सरकार ने 500 करोड़ आवंटित किया है. इस योजना से राज्य के लाखों बीपीएल कार्ड धारियों को लाभ मिल रहा है. लाभुकों को साल में दो बार इस योजना के तहत 10 रुपये में धोती, साड़ी या लूंगी दिया जा रहा है. खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा संचालित इस योजना का लाभ अबतक 88 प्रतिशत जरूरतमंदों तक पहुंचा है. विभाग ने राज्य के 57.11 लाख परिवार को योजना के तहत लाभान्वित करने का लक्ष्य तय किया है.

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मुख्यमंत्री कर रहे हैं मॉनिटरिंग
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का ड्रीम प्रोजेक्ट डीलर के माध्यम से गरीबों तक पहुंचाया जा रहा है. इस योजना को सफल बनाने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुद पिछले दिनों आपके अधिकार-आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत आयोजित प्रमंडल स्तरीय कार्यक्रम में लाभुकों को धोती साड़ी प्रदान कर उनसे बातचीत की थी. मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे ग्रामीणों को इस योजना की जानकारी दें और लाभ देना भी सुनिश्चित करें. राशन दुकानदारों को शिविर लगाकर वस्त्र वितरण करने का आदेश दिया गया है, ताकि योजना का लाभ सभी को मिल सके.

अन्य को भी शामिल करने का प्रस्ताव हुआ है पारित
राज्य सरकार ने सोना सोबरन धोती साड़ी लूंगी वितरण योजना के अन्तर्गत राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम से आच्छादित राज्य के सभी पात्र गृहस्थ एवं अन्त्योदय अन्न योजना के लाभुक परिवारों के अतिरिक्त झारखंड राज्य खाद्य सुरक्षा योजना के लाभुक परिवारों को भी योजना से आच्छादित किए जाने की स्वीकृति मंत्रिपरिषद ने दी है. झारखंड राज्य खाद्य सुरक्षा योजनान्तर्गत लाभुकों की अधिकतम निर्धारित सीमा 15 लाख है. वर्तमान में झारखंड राज्य खाद्य सुरक्षा योजनान्तर्गत 13,04,093 लाभुक और 4, 38, 989 परिवार हैं. इसके आधार पर योजनान्तर्गत 15 लाख लाभुक होने की स्थिति में परिवारों की संख्या 5, 05, 050 होना संभावित है. राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अन्तर्गत आच्छादित लाभुकों की अधिकतम संख्या 2, 64,25,385 है, जिसके अन्तर्गत परिवारों की संभावित संख्या 58,97,561 है. इस प्रकार ISFSS योजना के लाभुक परिवारों को सोना-सोबरन धोती-साड़ी वितरण योजना में शामिल किए जाने के उपरान्त लाभुक परिवारों की संभावित कुल संख्या 64, 02, 611 हो गई है.

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