रांची: धनबाद के डॉक्टर समीर से रंगदारी मांगने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. मामले को लेकर राज्यभर के डॉक्टरों में आक्रोश देखने को मिल रहा है. सोमवार को धनबाद जिले के सभी डॉक्टर अपने-अपने जगह पर काम बंद कर विरोध जता रहे हैं. जिसका समर्थन जेडीए समेत अन्य संगठन कर रहे हैं. राजधानी रांची के भी चिकित्सक आंशिक रूप से इसका विरोध करते नजर आ रहे हैं.
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गिरती जा रही राज्य की कानून व्यावस्था: मामले को लेकर जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन यानी जेडीए के अध्यक्ष डॉ. विकास ने बताया कि जिस तरह से राज्य की कानून व्यवस्था दिन प्रतिदिन गिरती जा रही है इससे कहीं ना कहीं राज्यवासी चिंतित हैं. उनका मानना है कि सबसे ऊपर कानून व्यवस्था होनी चाहिए ताकि सभी वर्ग के लोग खुद को सुरक्षित महसूस कर सके. उन्होंने कहा झारखंड में दुर्भाग्य की बात है कि कानून व्यवस्था दिन प्रतिदिन नीचे गिरते जा रही है जिस वजह से चिकित्सक और अन्य वर्ग के लोग परेशान हैं.
डॉक्टरों के साथ आम जनता को भी क्षति: जेडीए ने बताया कि जिस प्रकार से धनबाद के डॉक्टर समीर से जेल में बंद अपराधियों ने रंगदारी मांगने का दुस्साहस किया है. वह सिर्फ डॉक्टरों को ही नहीं बल्कि झारखंड की आम जनता को भी क्षति पहुंचा रहा है, क्योंकि रंगदारों के डर से पीड़ित चिकत्सक ने सिर्फ अपना क्लीनिक बंद नहीं किया बल्कि पूरे परिवार के साथ शहर छोड़ दिया है. डॉक्टर समीर के मन में पूरी तरह से भय व्याप्त हो गया है और पुलिस प्रशासन की ओर से भी उन्हें पूर्ण रूप से सुरक्षा मुहैया नहीं कराई जा रही है.
प्रदर्शन के बाद बनाई जाएगी रणनीति: आज, 9 मई को धनबाद आईएमए (Indian Medical Association IMA) की ओर से विरोध जताया जा रहा है. जिसका जेडीए और अन्य चिकित्सक संगठन समर्थन कर रहे हैं. वहीं रांची आईएमए के अध्यक्ष डॉक्टर शंभु सिंह ने बताया कि आज के विरोध प्रदर्शन को देखने के बाद यह तय किया जाएगा कि आगे की रणनीति क्या होगी और इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री और राज्य के डीजीपी से डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए विशेष मांग भी की जाएगी.