रांची: दिल्ली के शाहीन बाग के तर्ज में रांची के कडरु स्थित हज हाउस के पास महिलाओं का लगातार 23 दिनों से सीएए और एनआरसी के विरोध में प्रदर्शन जारी है. उनके इस विरोध को देखते हुए राज्य के बुद्धिजीवी, राजनीतिक और सामाजिक लोगों का भी समर्थन मिल रहा है.
दरार लाना चाहती है सरकार
इसके मद्देनजर मंगलवार को महिलाओं के अनिश्चितकालीन हड़ताल भाकपा माले के बगोदर विधायक विनोद सिंह ने अपना समर्थन दिया. इसके साथ ही उन्होंने धरने पर बैठी महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार का देश में एनआरसी-सीएए और एनपीआर को लाने का उद्देश्य सिर्फ यही है कि कैसे संविधान की धारा में दरार लाया जाए.
निडर हो चुके हैं लोग
वहीं, उन्होंने अपने संबोधन में केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि सरकार यहां के लोगों से कागज दिखाने की बात करती है और गृह मंत्री चुन-चुन कर भारत से हटाने की बात करते हैं, जो भी इनके विरोध में बोलता है उन्हें देशद्रोही करार दे दिया जाता है, लेकिन पूरे देश में लोगों के विरोध को देखकर सरकार को यह अहसास हो गया है कि सरकार की दमनकारी नीति के खिलाफ लोग निडर हो चुके हैं और अपने हक के लिए सड़क पर आ गए हैं.
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फिल्मकार श्रीराम डाल्टन भी समर्थन में उतरे
वहीं, उन्होंने धरने पर बैठे महिलाओं को आश्वासन देते हुए कहा कि वे झारखंड सरकार का भी ध्यान आकर्षित कराना चाहते हैं. वे कोशिश करेंगे कि केरल और पंजाब की तरह झारखंड में भी एनआरसी, सीएए और एनपीआर के विरोध में विधानसभा में प्रस्ताव पारित हो और झारखंड में मिली जनादेश का सम्मान हो. के इस धरने का समर्थन सामाजिक कार्यकर्ता अनिल अंशुमन और फिल्मकार श्रीराम डाल्टन ने भी किया.