रांची: जेपीएससी के खिलाफ आंदोलन लगातार जारी है. अभ्यर्थियों की ओर से 45वें दिन मोरहाबादी मैदान से सीएम आवास तक मुख्यमंत्री न्याय गुहार यात्रा का आयोजन किया गया. हालाकी यह यात्रा मुख्यमंत्री आवास तक नहीं पहुंच सकी. हॉकी स्टेडियम के समीप आंदोलनकारी अभ्यर्थियों को लगभग दोपहर के 2:00 बजे ही रोक दिया गया था. उसके बाद शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलनकारी अभ्यर्थियों की ओर से मोरहाबादी के पास सड़क पर ही धरना दिया जा रहा है. देर रात तक अभ्यर्थी मुख्यमंत्री से मुलाकात करने को लेकर अड़े रहे.
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इस कड़कड़ाती ठंड में भी अभ्यर्थी जेपीएससी के खिलाफ नारेबाजी करते दिखे. अभ्यर्थियों का कहना है कि यह जेपीएससी भ्रष्टाचार का अड्डा बना हुआ है. जहां हर परीक्षा के दौरान सीटें बेची जाती है. इसके बावजूद राज्य सरकार कुंभकरण की नींद में सोई रहती है. मुख्यमंत्री जब तक इस पर संज्ञान नहीं लेंगे तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा. अभ्यर्थियों की माने तो मुख्यमंत्री न्याय गुहार यात्रा में हिस्सा लेने के लिए विभिन्न जिलों से आने वाले छात्रों को रोका गया. इसके बावजूद हजारों छात्र रांची पहुंचे और इस आंदोलन में शामिल हुए हैं. आंदोलन में शामिल होने विभिन्न जिलों से पहुंचे छात्र सड़क पर डटे हैं. मुख्यमंत्री से मिलने तक सड़क पर ही डटे रहने को लेकर सभी जिद में हैं.
आंदोलनकारी अभ्यर्थियों का कहना है कि मोरहाबादी से सीएम आवास तक मुख्यमंत्री न्याय गुहार यात्रा में विभिन्न जिलों से आने वाले छात्रों को प्रशासन के द्वारा रोका गया. हजारीबाग के छात्रों को रामगढ़ में रोका गया, फिर भी हजारों छात्र रांची मोरहाबादी पहुंचे. मुख्यमंत्री न्याय गुहार यात्रा के लिए निकलते ही टीओपी में छात्रों को रोका गया, लेकिन देर शाम तक सड़क पर ही डटे रहे.
जेपीएससी पर धांधली का आरोप
मौके पर जेएसएसयू अध्यक्ष देवेंद्र नाथ महतो, महासचिव मनोज यादव ने कहा कि सातवीं से दसवीं जेपीएससी में धांधली हुआ है. जेएसएसयू के आंदोलन का परिणाम है कि अड़ियल रवैया अपनाने वाले जेपीएससी ने अपनी गलती स्वीकार की और वैसे 57 पास छात्रों को फेल करना पड़ा, जिसका चयन सेटिंग गेटिंग करके किया था. ये गड़बड़ी तो नमूना मात्र है, पूरे परीक्षा प्रक्रिया का सीबीआई से जांच किया जाय. ऐसे अनेक गड़बड़ियां सामने आएगीं, सातवीं से दसवीं जेपीएससी पीटी परीक्षा को रद्द किया जाय.