रांची/दिल्ली: झारखंड के 24 डीएसपी की एसपी रैंक में प्रोन्नति हो गई है. सोमवार को यूपीएसएसी के दिल्ली स्थित कार्यालय में प्रोन्नति को लेकर सलेक्शन कमेटी की बैठक में प्रोन्नति देने पर सहमति बन गयी है. जबकि वन सेवा के एक पदाधिकारी को भारतीय वन सेवा में प्रोन्नति देने पर मुहर लग है. यूपीएससी की सेलेक्शन कमेटी की मिनट्स जारी होने के बाद इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी जाएगी. बैठक में राज्य सरकार की तरफ से मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, कार्मिक विभाग की सचिव वंदना दादेल मौजूद थीं.
झारखंड पुलिस में 2017, 2018, 2019 और 2020 बैच की 24 रिक्तियों को लेकर वरीयता के आधार पर चर्चा हुई. खेल कोटा से बहाल सरोजनी लकड़ा और अमेल्डा एक्का को भी आईपीएस में प्रोन्नति दी गई हैं. सेकंड बैच के डीएसपी रहे सादिक अनवर रिजवी, अरविंद कुमार सिंह, विकास कुमार पांडेय, विजय आशीष कुजूर को भी आईपीएस का 2017 बैच आवंटित किया गया है.
थर्ड बैच से दीपक कुमार शर्मा, राजकुमार मेहता, शंभू कुमार सिंह, अजय कुमार सिन्हा, अनुदीप सिंह, पूज्य प्रकाश, दीपक कुमार-1, सहदेव साव, अमित कुमार सिंह, अजीत कुमार, राजेश कुमार, मुकेश कुमार, दीपक कुमार पांडेय, अनिमेश नैथानी, अजय कुमार-1, आरिफ एकराम, विमल कुमार, अविनाश कुमार के नाम पर चर्चा हुई. थर्ड बैच के अधिकारियों को 2018, 2019 और 2020 की रिक्तियों में समायोजित किया जाएगा.
सेकंड बैच के तीन और थर्ड बैच के एक को नहीं मिली प्रोन्नति: वरीयता के आधार पर अधिकारियों की प्रोन्नति पर बैठक हुई. लेकिन सेकंड बैच के तीन आधिकारियों राधा प्रेम किशोर, शिवेंद्र और मुकेश महतो के नाम पर विचार नहीं किया गया. सीबीआई जांच के दायरे में होने के कारण इन अधिकारियों की प्रोन्नति पर विचार नहीं किया गया. जबकि धनबाद में फायरिंग केस में आरोपी और चार्जशीटेट होने के कारण वरीयता क्रम में ऊपर होने के बावजूद मजरूल होदा के नाम पर विचार नहीं किया गया. राज्य पुलिस सेवा के इन पदाधिकारियों को लंबे समय से प्रोन्नति का इंतजार था. सभी के सर्विस रिकॉर्ड और परफॉर्मेंस को आधार बनाकर प्रोन्नति की फाइल तैयार की गई थी.