रांचीः झारखंड कांग्रेस में पिछले चार सालों से प्रदेश कांग्रेस कमेटी का गठन नहीं किया गया है. पार्टी को नई दिशा देने में शीर्ष नेताओं के साथ साथ प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर जुटे हुए हैं. बताया जा रहा है कि झारखंड प्रभारी अविनाश पांडे और सह प्रभारी उमंग सिंघार से इस संबंध में विचार विमर्श की है और निर्देश दिया है कि नये प्रदेश कार्यसमिति में कांग्रेस के पुराने और अनुभवी चेहरों के साथ साथ युवाओं और महिलाओं को शामिल करना है.
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झारखंड प्रदेश कांग्रेस कार्यसमिति के गठन को लेकर कवायद तेज कर दी गई है. संगठन की बागडोर संभालने वाले राजेश ठाकुर के नेतृत्व में नये पीसीसी का गठन किया जाएगा. इसको लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है. प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष बंधु तिर्की पीसीसी गठन की बात को स्वीकारते हुए कहते हैं कि कोरोना संक्रमण और अन्य राजनीतिक गतिविधियों की वजह से कमिटी का गठन नहीं हो पाया है. कमिटी गठन को लेकर मंथन किया जा रहा है. कांग्रेस नेता शमशेर आलम ने कहा कि कार्यसमिति के गठन होने से संगठन के कामकाज में तेजी आयेगी. इसको लेकर प्रदेश अध्यक्ष, विधायक दल के नेता और पार्टी प्रभारी, सह प्रभारी विचार कर रहे हैं.
झारखंड में कांग्रेस की बागडोर प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के अलावे पार्टी के चार कार्यकारी अध्यक्ष के पास है. इसमें बंधु तिर्की, गीता कोड़ा, जलेश्वर महतो और शहजादा अनवर शामिल हैं. कॉर्डिनेशन कमिटी बनने के बाद पार्टी नेताओं ने कांग्रेस आलाकमान के समक्ष पिछले दिनों कमिटी गठन की भी बात रखी थी. इसके बाद संगठन के भीतर पीसीसी को लेकर हलचल तेज हुई है. कमिटी में जगह बनाने के लिए पार्टी नेता प्रयास में जुट गये हैं. पीसीसी में पद की चाहत रख रहे जगदीश साहु की मानें तो पार्टी को पुराने कार्यकर्ता और नेताओं को भूलना नहीं चाहिए. बहरहाल, झारखंड में कांग्रेस को मजबूत करने को लेकर पारसनाथ मधुबन में तीन दिवसीय चिंतन शिविर आयोजित की जा रही है. माना जा रहा है कि इस चिंतन शिविर में भी पीसीसी गठन का मुद्दा उठेगा.