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रांची में उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में हो रही परेशानी, केंद्र निदेशकों ने जैक से मांगे अतिरिक्त परीक्षक - DEO asks for additional examiner from Jac in Ranchi

जैक ने 28 मई से माध्यमिक और इंटरमीडिएट परीक्षा 2020 की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन का काम शुरू किया है. इसी कारण जिला शिक्षा पदाधिकारी की ओर से जैक और तमाम प्रधानाध्यापकों को मूल्यांकन केंद्रों में टीजीटी और पीजीटी शिक्षकों की नियुक्ति करने को लेकर पत्र लिखा गया है.

Problems in evaluation of answer sheet in Ranchi
रांची में उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में हो रही परेशानी
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Published : May 30, 2020, 7:45 PM IST

रांची: झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने 28 मई से माध्यमिक और इंटरमीडिएट परीक्षा 2020 की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन का काम शुरू किया है. वहीं, परीक्षकों की कमी के कारण जो लक्ष्य दिया गया है. उस लक्ष्य में मूल्यांकन का काम पूरा करने में परेशानियां आ रही हैं. इसी कड़ी में जिला शिक्षा पदाधिकारी की ओर से जैक और तमाम प्रधानाध्यापकों को मूल्यांकन केंद्रों में टीजीटी और पीजीटी शिक्षकों की नियुक्ति करने को लेकर पत्र लिखा गया है, ताकि जल्द से जल्द मूल्यांकन का काम संपन्न कराया जा सके.

मैट्रिक और इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 28 मई से शुरू किया गया है. लेकिन लगातार केंद्रों पर परीक्षकों की कमी महसूस की जा रही है. मूल्यांकन केंद्रों पर तीसरे दिन भी तय गए शिक्षक नहीं पहुंचे. उनमें से अधिकतर दूसरे जिले के हैं और उन्होंने अपनी मजबूरी बताई है. वहीं, जानकारी यह भी मिल रही है कि लॉकडाउन से पहले जिन परीक्षकों को उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए अधिकृत किया गया था. उनमें से ऐसे कई शिक्षक हैं जो रिटायर हो चुके हैं.

जिस वक्त उन्हें अधिकृत किया गया था. उस दौरान वह कार्यरत थे, लेकिन मूल्यांकन की तिथि लगातार बढ़ाए जाने के कारण वह अब सेवा नहीं दे सकते हैं. इसी वजह से भी लगातार शिक्षकों की अनुपस्थिति मूल्यांकन केंद्रों पर दर्ज की जा रही है. इसी कड़ी में रांची जिले के डीईओ ने अनुपस्थित परीक्षकों के बारे में रिपोर्ट मांगी है. वहीं, मूल्यांकन केंद्र निदेशक लगातार जैक से अतिरिक्त शिक्षकों की मांग की कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें: जेल में बंद विधायक ढुल्लू महतो को पुलिस ने लिया रिमांड पर, जमीन हड़पने और रंगदारी का है मामला

निदेशकों ने तर्क दिया है कि शिक्षकों को स्थानीय प्रतिनियुक्त करते हुए मूल्यांकन कार्य कराया जा सके. इसके लिए अतिरिक्त शिक्षकों की जरूरत है. क्योंकि लगातार मूल्यांकन केंद्रों पर शिक्षक अनुपस्थित हो रहे हैं. जिससे मूल्यांकन प्रभावित हो रहा है. दिए गए लक्ष्य के तहत तमाम उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करना ऐसे में संभव नहीं हो पाएगा. शनिवार को भी माध्यमिक मूल्यांकन केंद्रों के लिए 1,214 परीक्षक आवंटित किए गए थे. इसमें 865 ही उपस्थित हुए हैं. इंटरमीडिएट के मूल्यांकन केंद्रों के लिए 506 परीक्षक आवंटित किए गए थे. इसमें 312 परीक्षक ही उपस्थित हो पाए हैं. कुल 543 परीक्षक अनुपस्थित हुए हैं.

बता दें कि जैक द्वारा मैट्रिक और इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन को लेकर 3 बार तारीख तय की गई. लेकिन लॉकडाउन के कारण उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन का काम शुरू नहीं किया जा सका था. 28 मई से राज्य के 51 केंद्रों पर मूल्यांकन हो रहा है. हालांकि कई केंद्रों पर परीक्षक नहीं पहुंच पा रहे हैं. तो कई परीक्षक सेवानिवृत्त भी हो गए हैं. फिर भी जैक एड़ी चोटी एक कर जल्द से जल्द मूल्यांकन का काम पूरा करने की कोशिश में है.

रांची: झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने 28 मई से माध्यमिक और इंटरमीडिएट परीक्षा 2020 की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन का काम शुरू किया है. वहीं, परीक्षकों की कमी के कारण जो लक्ष्य दिया गया है. उस लक्ष्य में मूल्यांकन का काम पूरा करने में परेशानियां आ रही हैं. इसी कड़ी में जिला शिक्षा पदाधिकारी की ओर से जैक और तमाम प्रधानाध्यापकों को मूल्यांकन केंद्रों में टीजीटी और पीजीटी शिक्षकों की नियुक्ति करने को लेकर पत्र लिखा गया है, ताकि जल्द से जल्द मूल्यांकन का काम संपन्न कराया जा सके.

मैट्रिक और इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 28 मई से शुरू किया गया है. लेकिन लगातार केंद्रों पर परीक्षकों की कमी महसूस की जा रही है. मूल्यांकन केंद्रों पर तीसरे दिन भी तय गए शिक्षक नहीं पहुंचे. उनमें से अधिकतर दूसरे जिले के हैं और उन्होंने अपनी मजबूरी बताई है. वहीं, जानकारी यह भी मिल रही है कि लॉकडाउन से पहले जिन परीक्षकों को उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए अधिकृत किया गया था. उनमें से ऐसे कई शिक्षक हैं जो रिटायर हो चुके हैं.

जिस वक्त उन्हें अधिकृत किया गया था. उस दौरान वह कार्यरत थे, लेकिन मूल्यांकन की तिथि लगातार बढ़ाए जाने के कारण वह अब सेवा नहीं दे सकते हैं. इसी वजह से भी लगातार शिक्षकों की अनुपस्थिति मूल्यांकन केंद्रों पर दर्ज की जा रही है. इसी कड़ी में रांची जिले के डीईओ ने अनुपस्थित परीक्षकों के बारे में रिपोर्ट मांगी है. वहीं, मूल्यांकन केंद्र निदेशक लगातार जैक से अतिरिक्त शिक्षकों की मांग की कर रहे हैं.

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निदेशकों ने तर्क दिया है कि शिक्षकों को स्थानीय प्रतिनियुक्त करते हुए मूल्यांकन कार्य कराया जा सके. इसके लिए अतिरिक्त शिक्षकों की जरूरत है. क्योंकि लगातार मूल्यांकन केंद्रों पर शिक्षक अनुपस्थित हो रहे हैं. जिससे मूल्यांकन प्रभावित हो रहा है. दिए गए लक्ष्य के तहत तमाम उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करना ऐसे में संभव नहीं हो पाएगा. शनिवार को भी माध्यमिक मूल्यांकन केंद्रों के लिए 1,214 परीक्षक आवंटित किए गए थे. इसमें 865 ही उपस्थित हुए हैं. इंटरमीडिएट के मूल्यांकन केंद्रों के लिए 506 परीक्षक आवंटित किए गए थे. इसमें 312 परीक्षक ही उपस्थित हो पाए हैं. कुल 543 परीक्षक अनुपस्थित हुए हैं.

बता दें कि जैक द्वारा मैट्रिक और इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन को लेकर 3 बार तारीख तय की गई. लेकिन लॉकडाउन के कारण उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन का काम शुरू नहीं किया जा सका था. 28 मई से राज्य के 51 केंद्रों पर मूल्यांकन हो रहा है. हालांकि कई केंद्रों पर परीक्षक नहीं पहुंच पा रहे हैं. तो कई परीक्षक सेवानिवृत्त भी हो गए हैं. फिर भी जैक एड़ी चोटी एक कर जल्द से जल्द मूल्यांकन का काम पूरा करने की कोशिश में है.

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