रांचीः राजधानी रांची सहित पूरे राज्य भर में चल रहे कोचिंग संस्थानों पर अंकुश लगाने के लिए पासवा ने अभियान छेड़ा है. जिसके तहत राज्य सरकार से इन कोचिंग संस्थानों के लिए नियमावली बनाने की मांग की है. इसके अलावा कोचिंग संस्थान बायोम के द्वारा फर्जी रूप से छात्रों को सम्मानित किए जाने पर नाराजगी जताते हुए आंदोलन छेड़ने की धमकी दी है.
प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन यानी पासवा (PSACWA) ने राज्य में चल रहे कोचिंग संस्थान के लिए नियमावली बनाने की मांग की है. मोरहाबादी स्थित स्टेट गेस्ट हाउस में मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए पासवा के प्रदेश अध्यक्ष आलोक दूबे ने कोचिंग संस्थानों पर फर्जीवाड़े का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि कोचिंग सेंटर्स के द्वारा फर्जी तरीके से छात्रों की तश्वीर लगाकर ब्रांडिंग कर अभिभावकों का आर्थिक शोषण किया जा रहा है, इस पर तत्काल रोक लगाई जाए.
राजधानी के एक कोचिंग संस्थान बायोम का नाम लेते हुए आलोक दुबे ने कहा कि जिस तरह से इस कोचिंग संस्थान द्वारा स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और सांसद महुआ माजी के हाथों फर्जी रुप से एक छात्र को सम्मानित किया गया. इसके बाद बड़े बड़े होर्डिंग लगाकर प्रचार किए जा रहे हैं, उससे साफ लगता है कि इनके द्वारा चकाचौंध दिखाकर गोरखधंधा किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो इन कोचिंग संस्थानों के दफ्तर पर पासवा द्वारा धरना प्रदर्शन किया जाएगा. उन्होंने इस मौके पर बायोम कोचिंग इंस्टीट्यूट को फर्जी रुप से सम्मानित छात्रों से संबंधित तश्वीर लगी होर्डिंग को 24 घंटे के अंदर हटाने की धमकी दी और कहा कि ऐसा नहीं होने पर जिन थाना क्षेत्र में ऐसे होर्डिंग लगे मिलेंगे पासवा उन थाना में कांड दर्ज कराएगी.
मुख्यमंत्री से मिलकर पासवा करेगा कोचिंग नियमावली की मांगः कोचिंग संस्थानों के द्वारा इस तरह से जारी गोरखधंधा पर लगाम लगाने के लिए पासवा जल्द ही मुख्यमंत्री से मुलाकात करेगा. पासवा के प्रदेश महामंत्री राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि राजधानी में जिस तरह से बेधड़क कोचिंग संस्थान खोलकर अभिभावक और छात्रों को प्रताड़ित किया जा रहा है, उसमें बड़े-बड़े लोगों का हाथ है. जिस पर अंकुश लगाना समय की मांग है.
अभिभावक अपने छात्रों के भविष्य बनाने के लिए इन कोचिंग संस्थानों पर लाखों रुपए खर्च करते हैं लेकिन ये कोचिंग संस्थान शिक्षा देने के बजाय व्यवसाय का माध्यम बन गया है. इस मौके पर पासवा के किशोर नाथ शाहदेव ने कहा कि इसके खिलाफ प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन चुप नहीं बैठेगी और अभिभावकों के साथ हो रहे इस अत्याचार को लेकर आने वाले समय में आंदोलन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सरकार को इस संबंध में जल्द से जल्द नियमावली बनाना चाहिए. पासवा का शिष्टमंडल इसको लेकर राज्यपाल और मुख्यमंत्री का ध्यान आकृष्ट कराएगा.