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जगन्नाथपुर रथ मेला की तैयारी पूरी, जानिए कैसी है इस बार की तैयारी

रांची में भी रथयात्रा की धूम है. जगन्नाथपुर रथ मेला में शामिल होने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है. लोग काफी उत्साह से रथ खींचने का इंतजार कर रहे हैं.

Preparation for Jagannathpur Rath Mela completed in ranchi
Preparation for Jagannathpur Rath Mela completed in ranchi
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Published : Jun 20, 2023, 1:53 PM IST

Updated : Jun 20, 2023, 8:43 PM IST

जानकारी देते संवाददाता भुवन किशोर झा

रांचीः आज रथयात्रा की धूम है. राजधानी रांची के ऐतिहासिक जगन्नाथपुर रथ मेला में शामिल होने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. शाम 5 मंदिर परिसर से भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ मौसीबाड़ी के लिए रवाना होंगे. इस अवसर पर होनेवाली एतिहासिक रथयात्रा में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे. हर वर्ष आषाढ़ शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को होने वाली यह रथ यात्रा जिसमें भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ अपनी मौसी के घर जाते हैं. इस बार भी हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है.

ये भी पढ़ेंः धनबाद में धूमधाम से निकली भगवान जगन्नाथ की यात्रा, विशेष रथ पर हैं सवार

ओडिशा के पुरी की तर्ज पर रांची के जगन्नाथपुर मंदिर से भी करीब 333 वर्षों से रथ यात्रा निकाली जा रही है. इस बार भी लोगों का उत्साह चरम पर है. पूरे मेला परिसर को सजाया गया है. लोगों की भीड़ को देखते हुए स्वयंसेवी संगठनों के साथ-साथ आरएसएस, एनएसएस से जुड़े स्वयंसेवकों की टोली मेला परिसर में लोगों की मदद के लिए मौजूद है. मेला परिसर में बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है और गाड़ियों का पड़ाव जगन्नाथपुर गोलचक्कर के समीप ही रखा गया है.

रथ मेला का 1 जुलाई को होगा समापनः हिंदू धर्म के अनुसार आषाढ़ शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ अपनी मौसी के घर जाते हैं. रथ यात्रा के दौरान सबसे आगे बलभद्र उनके साथ बहन सुभद्रा और उसके बाद जगन्नाथ होते हैं. मंदिर में पूजा अर्चना के बाद दोपहर 2.30 बजे सभी विग्रहों को रथ पर विराजमान किया जायेगा. पारंपरिक रुप से पूजा अर्चना के बाद शाम 5 बजे रथ को हजारों श्रद्धालु खींचते हुए मौसीबाड़ी तक ले जायेंगे. रथ मेला का समापन 1 जुलाई को होगा. मेला परिसर झूला और बच्चों के खिलौनों से पटा हुआ है. पारंपरिक सामानों से सजे मेला परिसर में लोगों की भीड़ चिलचिलाती गर्मी के बाबजूद देखी जा रही है जो शाम तक चलेगा.

जानकारी देते संवाददाता भुवन किशोर झा

रांचीः आज रथयात्रा की धूम है. राजधानी रांची के ऐतिहासिक जगन्नाथपुर रथ मेला में शामिल होने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. शाम 5 मंदिर परिसर से भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ मौसीबाड़ी के लिए रवाना होंगे. इस अवसर पर होनेवाली एतिहासिक रथयात्रा में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे. हर वर्ष आषाढ़ शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को होने वाली यह रथ यात्रा जिसमें भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ अपनी मौसी के घर जाते हैं. इस बार भी हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है.

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ओडिशा के पुरी की तर्ज पर रांची के जगन्नाथपुर मंदिर से भी करीब 333 वर्षों से रथ यात्रा निकाली जा रही है. इस बार भी लोगों का उत्साह चरम पर है. पूरे मेला परिसर को सजाया गया है. लोगों की भीड़ को देखते हुए स्वयंसेवी संगठनों के साथ-साथ आरएसएस, एनएसएस से जुड़े स्वयंसेवकों की टोली मेला परिसर में लोगों की मदद के लिए मौजूद है. मेला परिसर में बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है और गाड़ियों का पड़ाव जगन्नाथपुर गोलचक्कर के समीप ही रखा गया है.

रथ मेला का 1 जुलाई को होगा समापनः हिंदू धर्म के अनुसार आषाढ़ शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ अपनी मौसी के घर जाते हैं. रथ यात्रा के दौरान सबसे आगे बलभद्र उनके साथ बहन सुभद्रा और उसके बाद जगन्नाथ होते हैं. मंदिर में पूजा अर्चना के बाद दोपहर 2.30 बजे सभी विग्रहों को रथ पर विराजमान किया जायेगा. पारंपरिक रुप से पूजा अर्चना के बाद शाम 5 बजे रथ को हजारों श्रद्धालु खींचते हुए मौसीबाड़ी तक ले जायेंगे. रथ मेला का समापन 1 जुलाई को होगा. मेला परिसर झूला और बच्चों के खिलौनों से पटा हुआ है. पारंपरिक सामानों से सजे मेला परिसर में लोगों की भीड़ चिलचिलाती गर्मी के बाबजूद देखी जा रही है जो शाम तक चलेगा.

Last Updated : Jun 20, 2023, 8:43 PM IST
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