रांची: विधानसभा बजट सत्र के बीच आंगनबाड़ी में कार्यरत पोषण सखी और सेविकाओं की ओर से सेवा शर्त नियमावली में प्रावधान करने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहे थे. शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की ओर से आश्वासन दिए जाने के बाद इन्होंने अपना आंदोलन को वापस लिया है.
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पोषण सखियों का अनिश्चितकालीन धरना समाप्त: वर्ष 2016 में आंगनबाड़ी कर्मी पोषण सखी सह सेविका के पद पर कर्मचारियों को नियुक्त किया गया था. 3000 रुपये प्रतिमाह इन्हें दिया जा रहा है. इस पोस्ट में स्नातक, पीजी और कई योग्यता धारी पोषण सखी भी शामिल है. वर्षों से यह लोग मानदेय में बढ़ोतरी की मांग कर रहे हैं. लेकिन अब तक इनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया है. इसी से आक्रोशित होकर तमाम पोषण सखी विधानसभा सत्र के दौरान अनिश्चितकालीन हड़ताल पर थे और राज्य सरकार से अपनी मांगों को मनवाने के लिए गुहार लगा रहे थे. इसी बीच इनके साथ जगरनाथपुर साईं मंदिर के मैदान में शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने मुलाकात की और उन्हें उचित आश्वासन दिया. मौके पर विधायक मथुरा महतो भी मौजूद थे.
शिक्षा मंत्री ने आंदोलनकारियों को आश्वासन देते हुए कहा कि उनकी मांगों को लेकर वे मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे और जल्द से जल्द उनकी समस्याओं का समाधान करेंगे. पोषण सखी और आंगनबाड़ी सेविकाओं की ओर से पिछले कई वर्षों से आंदोलन किया जा रहा है. रघुवर सरकार के शासनकाल के दौरान भी ये लोग लगातार आंदोलित रहे हैं. हेमंत सोरेन ने अपने चुनावी घोषणा पत्र के माध्यम से इन्हें आश्वासन दिया था कि उनकी सरकार बनते ही उनकी तमाम मांगों को पूरा किया जाएगा. लेकिन अब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हुई है और इसी से खफा होकर यह लोग विधानसभा सत्र के बीच अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन कर रहे थे.