रांची: ईडी के द्वारा गिरफ्तार की गई निलंबित आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल ने अपने आप को जेल के कैसे आजाद करवाने के लिए फर्जी एंजीयोग्राफी रिपोर्ट तैयार कराने की कोशिश की थी. लगातार जमानत याचिका खारिज होने के बाद पूजा सिंघल ने मेडिकल के आधार पर जमानत लेने की कोशिश की थी (Pooja Singhal tried to make fake angiography report).
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ईडी ने दी है कोर्ट को जानकारी: दरअसल ईडी ने पूजा सिंघल को लेकर झारखंड हाई कोर्ट में जो हलफनामा दायर किया है उसमें इस बात की जानकारी दी गई है. पूजा सिंघल ने स्वास्थ्य कारणों से जमानत के लिए हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी. इस याचिका को कोर्ट के द्वारा खारिज किया जा चुका है, लेकिन मामले की सुनवाई के दौरान ईडी ने जो हलफनामा दिया है, उसमें इस बात का जिक्र है कि स्वास्थ्य कारणों से जमानत का लाभ लेने के लिए एंजीयोग्राफी रिपोर्ट में फर्जीवाड़ा की गई थी.
ईडी अफसरों की मौजूदगी के कारण पकड़ी गई गड़बड़ी: ईडी ने बताया है कि पूजा सिंघल एंजीयोग्राफी रिपोर्ट बनवा लेतीं, लेकिन मौके पर ईडी के अधिकारियों के कारण मेडिकल सर्टिफिकेट नहीं बन पाया. मेडिकल रिपोर्ट में बताया गया है कि वह शारीरिक और मानसिक तौर पर पूरी तरह स्वस्थ हैं. ईडी की तरफ से कोर्ट में अमित कुमार दास ने यह जानकारी दी है.
रिम्स में इलाजरत है पूजा सिंघल: ईडी की गिरफ्तार करने के बाद पूजा सिंघल को रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार भेज दिया गया था, लेकिन जेल में स्वास्थ्य बिगड़ने के बाद फिलहाल पूजा सिंघल रांची के रिम्स अस्पताल में भर्ती हैं.