रांचीः कोरोना संक्रमण कम होते ही अब राजनीति तेज होने लगी है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अनलॉक-01 को लेकर जनता से ट्विटर के माध्यम से सुझाव क्या मांगे प्रमुख विपक्षी दल भाजपा को सरकार के कामकाज पर तंज कसने का मौका मिल गया. बीजेपी के आक्रामक रूख पर भला सत्तारूढ़ दल कांग्रेस कैसे चुप बैठ सकती थी. उसने भी बीजेपी पर पलटवार किया है.
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आठ हजार लोगों ने दिए सुझाव
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर झारखंड की जनता से पूछा था कि अनलॉक की प्रक्रिया किस-किस क्षेत्र में शुरू की जाए. जिसके बाद 1 जून शाम तक करीब 8 हजार लोगों ने इस पर सुझाव दिए. वहीं बीजेपी ने इसे महज दिखावा बताते हुए कहा कि राज्य के ग्रामीण क्षेत्र के लोग जो इंटरनेट और ट्विटर (twitter) को समझते भी नहीं हैं उनसे सुझाव की अपेक्षा करना कहां से उचित है. एक तरफ सीएम खुद कहते हैं कि उनकी सरकार गरीब, आदिवासी और पिछड़ों की सरकार है, ऐसे में झारखंड के गरीब, आदिवासी और पिछड़े क्या ट्विटर का इस्तेमाल करते हैं. बीजेपी प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने इसे दिखावा बताते हुए कहा कि दरअसल यह एक सोची समझी चाल है, जो सरकार जनता के माथे पर थोपना चाहती है.
कांग्रेस ने किया पलटवार
बीजेपी के आरोप पर कांग्रेस ने पलटवार किया. कांग्रेस प्रवक्ता किशोरनाथ शाहदेव ने बीजेपी पर इस बहाने राजनीति करने का आरोप लगाया. किशोरनाथ शाहदेव ने कहा कि लॉकडाउन लगाने से पहले भी राजनीतिक दलों से सुझाव लिए गए थे. अब अनलॉक को लेकर ना केवल राजनीतिक दलों बल्कि राज्य की जनता से सुझाव मांगे गए तो क्या ये अनुचित है. बीजेपी सिर्फ और सिर्फ आलोचना करना जानती है जो उचित नहीं है.