रांचीः उत्तरकाशी के सिलक्यारा सुरंग से 17 दिनों के बाद खुली हवा में सांस लेने निकले झारखंड के 15 मजदूर शुक्रवार शाम अपने प्रदेश पहुंचे. रांची एयरपोर्ट से लेकर मुख्यमंत्री आवास तक में जमकर स्वागत हुआ. रेस्क्यू ऑपरेशन के जरिए सकुशल बाहर निकले इन कर्मवीरों को लेकर इस दौरान राजनेताओं में क्रेडिट लेने की होड़ भी मची. सत्ता पक्ष के साथ साथ विपक्ष के नेता भी जमकर तश्वीर मजदूरों के साथ खिंचवाए.
एयरपोर्ट के बाद मुख्यमंत्री आवास पहुंचे इन मजदूरों का स्वागत किया गया. इस दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इन मजदूरों को सरकार की योजनाओं के लाभ के साथ करीब 1.11 करोड़ की योजना से इन्हें जोड़ने का आश्वासन दिया. मुख्यमंत्री के द्वारा की गई इस घोषणा के बाद सियासत शुरू हो गई है. विपक्षी दल बीजेपी ने सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि 1.11 करोड़ की कौन-कौन सी योजना होगी, जिसका लाभ इन मजदूरों को मिलेगा यह स्पष्ट नहीं है.
बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता अनिमेष कुमार ने हमला बोलते हुए कहा है कि केंद्र और उत्तराखंड सरकार ने जिस तरह से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया वह जगजाहिर है, जिस वजह से टनल में फंसे मजदूर सकुशल निकलने में सफल हुए. ऐसे में मुख्यमंत्री से उम्मीद की जा रही थी कि घर वापसी के बाद सरकार उन्हें तत्काल सहायता की कोई घोषणा कर मुहैया करायेगी मगर ऐसा देखने में नहीं मिला.
एयरपोर्ट पर क्रेडिट लेने की होड़ः शुक्रवार देर शाम रांची एयरपोर्ट पहुंचे मजदूर का जमकर स्वागत किया गया, इस दौरान सत्ता पक्ष के साथ-साथ विपक्ष के भी कई नेता उपस्थित थे. सत्ता पक्ष की राज्यसभा सांसद महुआ माजी के अलावे श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता अधिकारियों के साथ मौजूद दिखे. वहीं सत्तारुढ दल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के साथ पार्टी के कई कार्यकर्ता और नेता उपस्थित थे. माले विधायक विनोद कुमार सिंह भी एयरपोर्ट पर मजदूरों के स्वागत के लिए पहुंचे थे. सत्ता पक्ष के साथ-साथ विपक्ष के भी बड़े नेता मजदूरों को माला पहनकर स्वागत करने में जुटे दिखे बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश, सांसद संजय सेठ, सांसद आदित्य साहू सहित कई नेता एयरपोर्ट पर मजदूरों के साथ तस्वीर खिंचवाई.
ये भी पढ़ेंः
टनल में बाहर आए झारखंड के मजदूरों की हुई घर वापसी, सीएम हेमंत सोरेन ने भी की मुलाकात