रांची:राजधानी में डीजीपी ने जिलों के एसपी को निर्देश दिया कि बाहरी आगंतुकों, जिनमें से अधिकतर के पास आजीविका के साधन उपलब्ध नहीं हैं. उनकी संबंधित थाना क्षेत्रों में प्रवेश के दौरान आवश्यकतानुसार चिकित्सीय जांच कराएं. इसके बाद आवश्यकतानुसार भोजन की व्यवस्था थाना, पिकेट के स्तर से की जाए.
खाद्य आपूर्ति विभाग से समन्वय और सहयोग प्राप्त कम्युनिटी किचन खोलने का निर्देश डीजीपी ने दिया. डीजीपी ने कहा है कि जिलों के एसपी तत्काल यह व्यवस्था करें. साथ ही भोजन-आपूर्ति के समय सोशल डिस्टेंसिंग के मानक का पालन कराने का निर्देश डीजीपी ने दिया.
लॉकडाउन के दौरान बाहरी व्यक्तियों/ आगन्तुकों (सामान्य नागरिकों अथवा छात्र/छात्राओं) के संबंधित क्षेत्रों में आगमन/प्रवेश पर उनकी जिलावार सूची (नाम, पिता का नाम, पता, सम्पर्क नम्बर, फोटोग्राफ सहित) का संधारण करने और आवश्यकतानुसार उनकी चिकित्सीय जांच का आदेश दिया गया है. जांच के बाद उन्हें गंतव्य तक भेजने, किसी की अकस्मात मृत्यु की स्थिति में मृत शरीर को गंतव्य स्थान पर ले जाने, चिकित्सीय सुविधा के लिए और विशेष परिस्थिति में बाहर निकलने पर आवश्यकतानुसार सहूलियत प्रदान करते हुए पुलिस के स्तर से आम लोगों के साथ शालीनता बरते जाने की अपील डीजीपी ने की.
ये भी पढ़ें: राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति ने की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से बातचीत, दिए कई सुझाव
डीजीपी ने आम जनता को ट्विटर, फेसबुक के माध्यम से पुलिस के कार्यों की जिलावार रिस्पॉन्स देने का आग्रह आम लोगों से किया. कर्त्तव्य पर तैनात पुलिसकर्मियों को हर संभव कदम उठाने हेतु जागरूक करते रहने का विशेष निर्देश बैठक के दौरान डीजीपी ने सभी जिलों के एसपी को दिया. प्रिन्ट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को उनके आवागमन/ भ्रमण और प्रेस-कवरेज के दौरान उनके पहचान-पत्र के आधार पर उन्हें सहूलतें प्रदान करने का भी निर्देश दिया गया.
ये भी पढ़ें: लॉकडाउन में प्रेमिका से मिलने गए प्रेमी की गला रेतकर हत्या
बैठक के दौरान सभी जिलों के एसपी द्वारा बारी-बारी से कम्युनिटी किचन की व्यवस्था सहित आम जनता के सहायतार्थ हर संभव एहतेयाती कदम उठाने की बात कही गई. बैठक के दौरान एडीजी अभियान एमएल मीणा, आईजी मानवाधिकार नवीन कुमार सिंह, आईजी अभियान साकेत कुमार सिंह भी मौजूद थे.