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अधिवक्ता राजीव कुमार को कोलकाता ले गई पुलिस, कलेक्ट होगा आवाज का सैंपल

कोलकाता पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किए गए हाई कोर्ट के अधिवक्ता राजीव कुमार को वापस कोलकाता भेज दिया गया (Police took advocate Rajiv Kumar to Kolkata) है. ईडी ने रिमांड पर लेकर पूछताछ के लिए राजीव कुमार को रांची लाया था. पूछताछ के बाद ईडी की टीम राजीव कुमार को अपने साथ लेकर कोलकाता निकल गई.

Police took advocate Rajiv Kumar to Kolkata
Police took advocate Rajiv Kumar to Kolkata
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Published : Aug 31, 2022, 9:37 PM IST

रांची: ईडी की टीम बुधवार की अधिवक्ता राजीव कुमार को कोलकाता लेकर निकली (Police took advocate Rajiv Kumar to Kolkata). कोलकाता में पुलिस की टीम गुरुवार को राजीव कुमार के आवाज का सैंपल लेगी, वहीं इसी मामले में 2 सितंबर को अमित अग्रवाल के भी आवाज का सैंपल लिया जाएगा. कोलकाता पुलिस की डिटेक्टिव विभाग की टीम अधिवक्ता के खिलाफ ब्लैकमेलिंग के केस की जांच कर रही है. वहीं रांची जोनल इडी ऑफिस में मनी लॉन्ड्रिंग की पहलूओं पर अधिवक्ता से पूछताछ हो चुकी है. पिछले सप्ताह ही राजीव कुमार को रिमांड पर लेकर ईडी की टीम कोलकाता से रांची आई थी. राजीव कुमार को शेल कंपनियों में एक कंपनी के निदेशक और कारोबारी अमित अग्रवाल की शिकायत पर बंगाल पुलिस ने 31 जुलाई को गिरफ्तार किया था.

ये भी पढ़ें- अधिवक्ता राजीव कुमार से ईडी की पूछताछ जारी, मनी लॉन्ड्रिंग का है मामला

पूछताछ में राजीव ने किए कई खुलासे: वहीं दूसरी तरफ ईडी के पूछताछ में अधिवक्ता राजीव कुमार ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. अब ईडी के समक्ष अपनी पूछताछ में राजीव कुमार ने खुलासा किया है कि कोरोबारी अमित अग्रवाल से उनकी मुलाकात सोनू अग्रवाल ने करायी थी. सोनू अग्रवाल ने ही दो बार कोलकाता जाने के लिए उन्हें फ्लाइट का टिकट व होटल की बुकिंग भी की थी. वहीं दोनों ही बार सोनू ने अपने विश्वसनीय व्यक्ति को दमदम एयरपोर्ट पर उन्हें रिसीव करने के लिए भेजा था.

एनआईए के टेरर फंडिंग केस में आरोपी रहे है सोनू: सोनू अग्रवाल झारखंड के व्यवसायी जगत में काफी चर्चित नाम रहा है. साल 2018 में एनआईए ने चतरा के मगध आम्रपाली परियोजना में टेरर फंडिंग की जांच शुरू की थी. इस मामले में एनआईए ने सोनू अग्रवाल पर चार्जशीट भी दायर की थी. लेकिन बाद में सुप्रीम कोर्ट ने सोनू अग्रवाल को राहत दी थी. अप्रैल महीने में सुप्रीम कोर्ट ने टेरर फंडिंग केस में सोनू अग्रवाल को जमानत दी थी. अब अधिवक्ता राजीव कुमार की गिरफ्तारी के बाद ईडी मामले की पड़ताल कर रही है, तब ईडी राजीव कुमार से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के केस में सोनू अग्रवाल का बयान दर्ज करेगी.

सोनू ने अमित से जुड़े एक केस में वकालत के लिए किया था संपर्क: राजीव कुमार ने बताया है कि उनके पास से जो 50 लाख रुपये मिले हैं, वह अमित अग्रवाल से ब्लैकमेलिंग या केस मैनेज करने के बदले नहीं लिए गए हैं. राजीव कुमार ने बताया है कि सोनू अग्रवाल ने उन्हें ऑफर किया था कि वह एक केस में अमित अग्रवाल की वकालत करे. इसके बदले में उन्हें अच्छी रकम फीस के तौर पर दी जाएगी. इसके बाद कोलकाता से रांची व रांची से कोलकाता की फ्लाइट की टिकट भी सोनू अगव्राल ने ही दिलायी थी. जुलाई महीने के मध्य में भी राजीव कुमार कोलकाता गए थे, तब भी टिकट सोनू ने ही उपलब्ध कराया था. राजीव कुमार ने ईडी को बताया है कि उन्हें नहीं पता था कि अमित अग्रवाल के कहने पर सोनू अग्रवाल उन्हें फंसा रहे हैं.

रांची: ईडी की टीम बुधवार की अधिवक्ता राजीव कुमार को कोलकाता लेकर निकली (Police took advocate Rajiv Kumar to Kolkata). कोलकाता में पुलिस की टीम गुरुवार को राजीव कुमार के आवाज का सैंपल लेगी, वहीं इसी मामले में 2 सितंबर को अमित अग्रवाल के भी आवाज का सैंपल लिया जाएगा. कोलकाता पुलिस की डिटेक्टिव विभाग की टीम अधिवक्ता के खिलाफ ब्लैकमेलिंग के केस की जांच कर रही है. वहीं रांची जोनल इडी ऑफिस में मनी लॉन्ड्रिंग की पहलूओं पर अधिवक्ता से पूछताछ हो चुकी है. पिछले सप्ताह ही राजीव कुमार को रिमांड पर लेकर ईडी की टीम कोलकाता से रांची आई थी. राजीव कुमार को शेल कंपनियों में एक कंपनी के निदेशक और कारोबारी अमित अग्रवाल की शिकायत पर बंगाल पुलिस ने 31 जुलाई को गिरफ्तार किया था.

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पूछताछ में राजीव ने किए कई खुलासे: वहीं दूसरी तरफ ईडी के पूछताछ में अधिवक्ता राजीव कुमार ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. अब ईडी के समक्ष अपनी पूछताछ में राजीव कुमार ने खुलासा किया है कि कोरोबारी अमित अग्रवाल से उनकी मुलाकात सोनू अग्रवाल ने करायी थी. सोनू अग्रवाल ने ही दो बार कोलकाता जाने के लिए उन्हें फ्लाइट का टिकट व होटल की बुकिंग भी की थी. वहीं दोनों ही बार सोनू ने अपने विश्वसनीय व्यक्ति को दमदम एयरपोर्ट पर उन्हें रिसीव करने के लिए भेजा था.

एनआईए के टेरर फंडिंग केस में आरोपी रहे है सोनू: सोनू अग्रवाल झारखंड के व्यवसायी जगत में काफी चर्चित नाम रहा है. साल 2018 में एनआईए ने चतरा के मगध आम्रपाली परियोजना में टेरर फंडिंग की जांच शुरू की थी. इस मामले में एनआईए ने सोनू अग्रवाल पर चार्जशीट भी दायर की थी. लेकिन बाद में सुप्रीम कोर्ट ने सोनू अग्रवाल को राहत दी थी. अप्रैल महीने में सुप्रीम कोर्ट ने टेरर फंडिंग केस में सोनू अग्रवाल को जमानत दी थी. अब अधिवक्ता राजीव कुमार की गिरफ्तारी के बाद ईडी मामले की पड़ताल कर रही है, तब ईडी राजीव कुमार से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के केस में सोनू अग्रवाल का बयान दर्ज करेगी.

सोनू ने अमित से जुड़े एक केस में वकालत के लिए किया था संपर्क: राजीव कुमार ने बताया है कि उनके पास से जो 50 लाख रुपये मिले हैं, वह अमित अग्रवाल से ब्लैकमेलिंग या केस मैनेज करने के बदले नहीं लिए गए हैं. राजीव कुमार ने बताया है कि सोनू अग्रवाल ने उन्हें ऑफर किया था कि वह एक केस में अमित अग्रवाल की वकालत करे. इसके बदले में उन्हें अच्छी रकम फीस के तौर पर दी जाएगी. इसके बाद कोलकाता से रांची व रांची से कोलकाता की फ्लाइट की टिकट भी सोनू अगव्राल ने ही दिलायी थी. जुलाई महीने के मध्य में भी राजीव कुमार कोलकाता गए थे, तब भी टिकट सोनू ने ही उपलब्ध कराया था. राजीव कुमार ने ईडी को बताया है कि उन्हें नहीं पता था कि अमित अग्रवाल के कहने पर सोनू अग्रवाल उन्हें फंसा रहे हैं.

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