रांची: राजधानी रांची में अपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने के साथ-साथ अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस अब प्लान के तहत काम करेगी. पुलिस की ओर से दस संगठित सक्रिए गिरोह के 120 अपराधियों की सूची तैयार की गई है. सूची के आधार पर सभी क्रिमिनल्स पर रांची पुलिस को कार्रवाई करने का निर्देश रांची रेंज के डीआईजी अनूप बिरथरे के द्वारा दिया गया है.
ये भी पढ़ें: संगठित आपराधिक गिरोह और अपराध की दुनिया में उभर रहे नए चेहरों पर नकेल की तैयारी, गृह सचिव और डीजीपी ने दिया टास्क
डीआईजी ने दिया टास्क: गुरुवार को रांची रेंज के डीआईजी अनूप बिरथरे ने रांची एसएसपी, सिटी एसपी, रूरल एसपी, ट्रैफिक एसपी और राजधानी के सभी डीएसपी को अपराधियों की धरपकड़ और उन पर नकेल कसने का टास्क दिया है. डीआईजी और एसएसपी के निगरानी में जो लिस्ट तैयार की गई है. उसमें गिरोह के सरगना के अलावा शूटर, रंगदारी की राशि वसूली करने वाले और गिरोह को सहयोग करने वाले अपराधी के नाम शामिल हैं. जिन अपराधियों को सूची में रखा गया है, उन पर पुलिस कड़ी कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है.
उन अपराधियों की वैसी संपत्ति, जिसे उसने आपराधिक घटना को अंजाम देकर अर्जित की है उसे पुलिस जब्त करेगी, साथ ही अपराधियों के बैंक खातों को भी सीज किया जाएगा. इसको लेकर गुरुवार को रांची रेंज के डीआईजी अनूप बिरथरे ने एसएसपी किशोर कौशल, सिटी एसपी शुभांशु जैन, ग्रामीण एसपी नौशाद आलम, ट्रैफिक एसपी हारिश बिन जमा समेत अन्य पुलिस पदाधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान डीआईजी ने रांची पुलिस को उन अपराधियों की सूची सौंपी है. उन्होंने पुलिस पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे अविलंब तैयार की गई अपराधियों की सूची पर कार्रवाई शुरू कर दें. हर हाल में अपराधियों को सलाखों के पीछे डालें.
जेल से बाहर अपराधियों को जिला बदर करने की तैयारी: डीआईजी ने बताया कि रांची में अमन साव, लवकुश शर्मा, लामा गैंग समेत करीब दस संगठित गैंग है. इसमें से अधिकतर गैंग के सरगना जेल में बंद हैं. लेकिन उनके शूटर, अपराधी और सहयोगी जेल से बाहर घूम रहे हैं. ऐसे अपराधियों पर पुलिस सीसीए, जिला बदर और थाना हाजिरी की कार्रवाई करेगी. तैयार की गई सूची में इन अपराधियों का भी नाम शामिल है.
जेल में बंद अपराधियों को स्पीडी ट्रायल के जरिय दिलाएं सजा: पुलिस की ओर चिन्हित किए गए दस संगठित गिरोह के सरगना समेत अन्य, जो जेल में बंद हैं उन अपराधियों को पुलिस स्पीडी ट्रायल के माध्यम से सजा दिलाएगी. डीआईजी ने बताया कि तैयार की गई सूची में जेल में बंद अपराधियों का नाम अलग से रखा गया है. उन अपराधियों के खिलाफ आपराध से जुड़े साक्ष्य और दस्तावेज तैयार किया जा रहा है, ताकि उसे सजा दिलायी जा सके.