गढ़वा: जिले में मंईयां सम्मान योजना में फर्जीवाड़ा थमने का नाम नहीं ले रहा है. सबसे पहले मामला खरौंधी प्रखंड में देखने को मिला था, जिसमें पुरुष मंईयां सम्मान योजना का लाभ ले रहे थे. अब फिर से इस योजना में अनियमितता का मामला सामने आया है. ताजा मामला धुरकी प्रखंड के खुटिया से आया है. इस मामले में सीएससी संचालक पर आरोप लगाया गया है कि उसने खुद मंईयां सम्मान योजना की राशि एक बार नहीं बल्कि पांच बार अपने खाते में मंगा ली है. पीड़ित महिला ने लिखित रूप से अपने खाते में पैसे मंगाने की मांग की है.
धुरकी प्रखंड क्षेत्र के खुटिया पंचायत अंतर्गत भुमफोर गांव की एक महिला ने बीडीओ को आवेदन देकर सीएससी संचालक पर धोखाधड़ी कर मंईयां सम्मान की राशि अपने बैंक खाते में ट्रांसफर करने का आरोप लगाया है. लाभुक अनिता देवी ने धुरकी प्रखंड कार्यालय में बीडीओ जुल्फिकार अंसारी को लिखित आवेदन देकर सीएससी संचालक पर कार्रवाई करने और मंईयां सम्मान से मिलने वाली पांच किस्त की राशि को सही कराकर उसके बैंक खाते में भेजने की मांग की है.
सीएससी संचालक देता रहा आश्वासन
मंईयां सम्मान योजना की लाभार्थी ने बताया कि उसने छह माह पूर्व मंईयां सम्मान योजना का लाभ लेने के लिए अपने आधार कार्ड, राशन कार्ड और बैंक डिटेल के साथ खुटिया पंचायत सचिवालय में कार्यरत सीएससी संचालक पिंटू कुमार गुप्ता के पास आवेदन दिया था. पीड़ित महिला ने बताया कि जब भी मंईयां सम्मान योजना की किस्त किसी अन्य लाभार्थी के खाते में आती थी और उसका खाता शून्य रहता था, तब वह सीएससी केंद्र के संचालक से पूछती थी, लेकिन सीएससी संचालक उससे बार-बार झूठ बोलता था और सिर्फ आश्वासन देता रहता था.
लाभार्थी ने बीडीओ से की शिकायत
महिला ने बताया कि उसने बीडीओ को आवेदन देकर धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोप में सीएससी संचालक पिंटू गुप्ता के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. मंईयां सम्मान योजना में उसका खाता दर्ज करने की मांग की है.
कार्रवाई की मांग
इस मामले की जानकारी मिलने पर उप प्रमुख धर्मेंद्र यादव ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि इस तरह का मामला प्रकाश में आने के बाद सभी सीएससी केंद्र संदेह के घेरे में आ गए हैं, इसलिए इन सभी सीएससी संचालकों की गहन जांच की जाए और सरकार की महत्वाकांक्षी मंईयां सम्मान योजना में पात्र लाभुकों को लाभान्वित किया जाए.
वहीं पूर्व मुखिया लक्ष्मण यादव ने कहा कि यह मामला बहुत बड़ा है, इससे यह स्पष्ट हो रहा है कि सीएससी संचालक ने जानबूझ कर यह फर्जीवाड़ा किया है और लाभुक को ठगा है, इसलिए ऐसे जालसाज पर कानूनी कार्रवाई की जाए और तत्काल प्रभाव से खुटिया पंचायत सचिवालय से हटाया जाए ताकि पंचायत की बदनामी ना हो और लोगों का काम ईमानदारी से हो.
मामले में डीसी शेखर जमुआर ने कहा कि मंईयां सम्मान योजना में अनियमितता की बात सामने आ रही है. उन्होंने कहा कि जहां भी ऐसी अनियमितता हुई है, उसकी जांच की जा रही है. जांच में दोषी पाए जाने वालों पर कार्रवाई भी की जाएगी.
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