रांची: झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश पांडेय (Jharkhand Police Mens Association President Rakesh Pandey) ने बीजेपी सांसद निशिकांत दूबे (BJP MP Nishikant Dubey) और विधायक प्रदीप यादव (MLA Pradeep Yadav) से अपनी जान पर खतरा होने की बात कही है. राकेश पांडेय ने मांग की है कि उन्हें और उनके परिवार की सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मी की तैनाती उनके आवास पर की जाए.
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क्या है पूरा मामला
रांची में बुधवार की शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश पांडे ने अपनी जान पर खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग की है. पूरा मामला झारखंड के गोड्डा जिले से जुड़ा हुआ है. विधायक प्रदीप यादव पर यौन अपराध का केस दर्ज कराने वाली महिला ने झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश पांडेय पर केस वापस लेने की धमकी देने का आरोप लगाया था. इसके बाद निशिकांत दूबे ने इस मामले में ट्वीट किया था. पूरे मामले में राकेश पांडे की भूमिका को लेकर जांच भी की जा रही है.
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क्या कहा राकेश पांडेय ने
अध्यक्ष राकेश पांडेय ने मंगलवार को बताया कि वह महिला के द्वारा प्रदीप यादव पर कराए गए केस में गवाह रहे हैं. अब उसी महिला ने उनपर केस हटाने की धमकी देने संबंधी आरोप लगाए हैं, जो गलत है. राकेश पांडेय ने कहा कि पूरे विवाद में निशिकांत दूबे की राजनीतिक महत्वाकांक्षा है. किसी बड़ी साजिश के तहत उन्हें बेवजह फंसाया जा रहा है. राकेश पांडेय ने कहा कि पुलिस की मर्यादा को लेकर वह हमेशा मुखर रहे हैं. इसलिए कई बार निशिकांत दूबे के ट्वीट पर उन्होंने पुलिस से जुड़े मामलों में प्रतिक्रिया दी थी. ऐसे में निशिकांत दूबे ने उनपर गलत आरोप लगवा दिया. राकेश पांडेय ने कहा कि दोनों माननीयों के द्वारा क्षति पहुंचाने के लिए उनके परिवार को जानमाल को खतरा पहुंचाया जा सकता है. ऐसे में सरकार के द्वारा सुरक्षा मुहैया करवाया जाए.
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लोकसभा चुनाव के दौरान छेड़खानी का मामला
लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान तत्कालीन जेवीएम प्रत्याशी प्रदीप यादव पर उनकी ही पार्टी की एक महिला ने दुष्कर्म की कोशिश और छेड़खानी का आरोप लगाया है. आरोप लगाने वाली महिला झाविमो की प्रवक्ता रही हैं. उन्होंने 1 मई 2019 को देर रात महिला पुलिस थाना पहुंचकर अपनी लिखित शिकायत दर्ज करवाई थी. प्रदीप यादव के खिलाफ एफआईआर नंबर 13/19 में धारा 376, 511, 354 (ए), 379, 506 और 509 का जिक्र किया गया था. फिलहार यह मामला कोर्ट में लंबित है. लोकसभा चुनाव में प्रदीप यादव के सामने गोड्डा से बीजेपी के प्रत्याशी निशिकांत दुबे थे. उस वक्त इस मामले के पीछे निशिकांत दुबे के होने की बात कही जा रही थी. वैसे हमेशा से प्रदीप यादव और निशिकांत दुबे राजनीतिक तौर पर एक दूसरे के धुर विरोधी है.