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डीजीपी ने की नक्सल कांडों की समीक्षा, वांटेड पर होगी इनाम की घोषणा - DGP REVIEWED NAXAL INCIDENTS

रांची में डीजीपी ने नक्सल कांडों की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को कई दिशा निर्देश दिए.

DGP REVIEWED NAXAL INCIDENTS
डीजीपी अनुराग गुप्ता (ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jan 15, 2025, 10:25 PM IST

रांची: बुधवार शाम झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने राज्य के नक्सल प्रभावित जिलों के पुलिस अधीक्षकों के साथ नक्सल मामलों की समीक्षा की. समीक्षा के दौरान नक्सल और स्प्लिन्टर ग्रुप पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश जारी किए गए हैं.

पूर्व में दिए गए निर्देश की समीक्षा

बुधवार को झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने नक्सल और स्प्लिन्टर ग्रुप के खिलाफ पूर्व में दिए निर्देश का किस तरह से पालन किया जा रहा है सबसे पहले उसकी समीक्षा की. डीजीपी के सामने सभी पुलिस अधीक्षकों ने अपने जिले में नक्सल और स्प्लिन्टर ग्रुप के खिलाफ की गई कार्रवाई का ब्यौरा दिया. बैठक के दौरान डीजीपी सभी जिलों की स्थिति जानने के बाद कई निर्देश भी जारी किए.

DGP reviewed Naxal incidents
डीजीपी की समीक्षा बैठक (ईटीवी भारत)

डीजीपी के निर्देश में यह बताया गया है कि सभी पुलिस अधीक्षक अपने जिले में पूर्व में घटित ऐसे सभी मामलों की समीक्षा करेंगे, साथ में यह भी सुनिश्चित करेंगे कि माओवादी, स्प्लिन्टर ग्रुप या अपराधिक गुटों द्वारा धमकी से संबंधित जो भी सूचना पीड़ित द्वारा दी जाती है उसमें हर हाल प्राथमिकी दर्ज की जाए. विशेष रूप से नक्सल प्रभावित जिलों में आगजनी, तोड़फोड़ से संबंधित दर्ज मामलों का विशेष रूप से समीक्षा कर यथाशीघ्र वांछित कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे. संबंधित रेंज आईजी और डीआईजी इसका अनुपालन अपनी देखरेख में कराना सुनिश्चित करेंगे.

कुर्की जब्ती और संपत्ति जब्ती का कार्य तेजी से हो

डीजीपी ने सबसे ज्यादा जोर विभिन्न कांडों में फरार नक्सलियों, उग्रवादियों और अपराधिक गुटों विरूद्ध प्रभावी कुर्की जब्ती की कार्रवाई पर था. इसके साथ ही यह भी निर्देश दिया गया की फरार नक्सलियों और अपराधियों के अपराध के जरिए अर्जित की गई संपत्तियों को चिन्हित किया जाए और उसका डॉक्युमेशन किया जाए. उसके बाद उस पर उचित कार्रवाई करना सुनिश्चित की जाए.

इनाम की घोषणा और सरेंडर पॉलिसी का करें प्रचार

डीजीपी ने ये निर्देश भी दिया कि नक्सलियों के विरूद्ध चलाए जा रहे अभियान और सरेंडर पॉलिसी को और प्रभावी बनाने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए. नक्सलियों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए सकारात्मक प्रयास के लिए भी काम करने पर भी डीजीपी ने जोर दिया.

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रांची: बुधवार शाम झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने राज्य के नक्सल प्रभावित जिलों के पुलिस अधीक्षकों के साथ नक्सल मामलों की समीक्षा की. समीक्षा के दौरान नक्सल और स्प्लिन्टर ग्रुप पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश जारी किए गए हैं.

पूर्व में दिए गए निर्देश की समीक्षा

बुधवार को झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने नक्सल और स्प्लिन्टर ग्रुप के खिलाफ पूर्व में दिए निर्देश का किस तरह से पालन किया जा रहा है सबसे पहले उसकी समीक्षा की. डीजीपी के सामने सभी पुलिस अधीक्षकों ने अपने जिले में नक्सल और स्प्लिन्टर ग्रुप के खिलाफ की गई कार्रवाई का ब्यौरा दिया. बैठक के दौरान डीजीपी सभी जिलों की स्थिति जानने के बाद कई निर्देश भी जारी किए.

DGP reviewed Naxal incidents
डीजीपी की समीक्षा बैठक (ईटीवी भारत)

डीजीपी के निर्देश में यह बताया गया है कि सभी पुलिस अधीक्षक अपने जिले में पूर्व में घटित ऐसे सभी मामलों की समीक्षा करेंगे, साथ में यह भी सुनिश्चित करेंगे कि माओवादी, स्प्लिन्टर ग्रुप या अपराधिक गुटों द्वारा धमकी से संबंधित जो भी सूचना पीड़ित द्वारा दी जाती है उसमें हर हाल प्राथमिकी दर्ज की जाए. विशेष रूप से नक्सल प्रभावित जिलों में आगजनी, तोड़फोड़ से संबंधित दर्ज मामलों का विशेष रूप से समीक्षा कर यथाशीघ्र वांछित कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे. संबंधित रेंज आईजी और डीआईजी इसका अनुपालन अपनी देखरेख में कराना सुनिश्चित करेंगे.

कुर्की जब्ती और संपत्ति जब्ती का कार्य तेजी से हो

डीजीपी ने सबसे ज्यादा जोर विभिन्न कांडों में फरार नक्सलियों, उग्रवादियों और अपराधिक गुटों विरूद्ध प्रभावी कुर्की जब्ती की कार्रवाई पर था. इसके साथ ही यह भी निर्देश दिया गया की फरार नक्सलियों और अपराधियों के अपराध के जरिए अर्जित की गई संपत्तियों को चिन्हित किया जाए और उसका डॉक्युमेशन किया जाए. उसके बाद उस पर उचित कार्रवाई करना सुनिश्चित की जाए.

इनाम की घोषणा और सरेंडर पॉलिसी का करें प्रचार

डीजीपी ने ये निर्देश भी दिया कि नक्सलियों के विरूद्ध चलाए जा रहे अभियान और सरेंडर पॉलिसी को और प्रभावी बनाने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए. नक्सलियों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए सकारात्मक प्रयास के लिए भी काम करने पर भी डीजीपी ने जोर दिया.

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